पटना से प्रयागराज के बीच दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, केंद्र सरकार ने शुरू की तैयारी, जल्द होगा सर्वे

डेस्क : भारत में बुलेट ट्रेन 12 रूटों पर चलेगी। बुलेट ट्रेन चलाने के लिए बीते वर्ष सर्वे शुरू हो गया था। बता दें कि इन 12 रूटों में पटना-प्रयागराज का रूट भी मौजूद है। बुलेट ट्रेन के शुरू हो जाने के बाद मात्र 3 घंटे के भीतर लोग पटना से प्रयागराज और प्रयागराज से पटना आ जा सकेंगे। ट्रेन की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। बुलेट ट्रेन के इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन काम कर रहा है। जल्द ही इसका सर्वे का काम शुरू होने वाला है.

बुलेट ट्रेन के इस बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए जापान से सहायता ली जा रही है। जापानी तकनीक की मदद से ट्रेनों को आधुनिक बनाया जाएगा और उसमें हर सुविधा दी जाएगी। इन 12 रूटों पर किस तरीके से बदलाव करना है और किस दिशा में ट्रेनों का रूट भेजना है वह सारा काम हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन की तरफ से किया जाएगा। बुलेट ट्रेन के जरिए विशेषज्ञों की टीम ने कहा है कि जितने भी छोटी दूरी तय करने वाले शहर हैं उनमें आना-जाना लोगों का आसान हो जाएगा। इसमें दिल्ली, मुरादाबाद, वाराणसी जैसे शहर भी शामिल है। इस बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट में बिहार के बक्सर, पटना, बोधगया के साथ-साथ झारखंड के बरही, धनबाद और बंगाल के आसनसोल, दुर्गापुर और बर्दवान शामिल हैं।

फिलहाल इस बात पर विचार किया जा रहा है कि आखिर इन ट्रेनों में कितने यात्री सफर करेंगे। ऐसे में कई तथ्यों की जांच विशेषज्ञों की टीम द्वारा की जा रही है। रेल मंत्रालय की ओर से 12 रूटों पर मंजूरी मिली है। इन 12 रूटों में सबसे ज्यादा लोग सफर करते हैं यहां पर लोगों को रोजमर्रा के काम करने की रफ्तार भी तेज है। इसके अलावा पुणे, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, प्रयागराज, पटना, बेंगलुरु, चेन्नई, त्रिवेंद्रम जैसे कई ट्रकों पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। फिलहाल मुंबई और अहमदाबाद के रूट पर काम शुरू कर दिया गया है। किसी भी रूट की दूरी 200 किलोमीटर से नीचे नहीं है। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 97636 करोड रुपए आवंटित किए हैं।