बरौनी बिजलीघर की दो इकाई नवंबर में तैयार हो जाएगी और इससे बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। बिजलीघर की यूनिट संख्या छह 15 नवंबर को तैयार हो जाएगी जबकि यूनिट आठ इस महीने के अंत तक तैयार होगी। हालांकि यूनिट नौ के लिए अभी एक वर्ष प्रतीक्षा करनी होगी। बरौनी बिजलीघर की कुल क्षमता 720 मेगावाट है। इसमें दो चरणों में चार यूनिट शामिल हैं।
इनमें स्टेज-1 के तहत यूनिट 6 और 7 हैं जो 110-110 मेगावाट क्षमता की है जबकि स्टेज-2 में 250 -250 मेगावाट क्षमता की यूनिट 8 व 9 है। बरौनी बिजलीघर को गत वर्ष बिहार ने एनटीपीसी के हवाले किया था। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी के तहत संचालित होने वाले इस बिजलीघर की संपत्ति हस्तांतरण के लिए 15 मई 2018 को एमओयू किया गया था।
इसका ट्रांसफर वैल्यू 3441.60 करोड़ तय किया गया था, जिसमें स्टेज-1 के लिए 150 करोड़ और स्टेज-2 के लिए 3291.60 करोड़ शामिल था। बिजलीघर 911.84 एकड़ में है और इसे गंगा नदी से पानी की आपूर्ति होती है।
बिहार के लिए अच्छी खबर है। बेगूसराय के बरौनी बिजली घर की नई यूनिट से गुरुवार की दोपहर में 250 मेगावाट बिजली उत्पादन हुआ। यूनिट की पूरी क्षमता यानी 250 मेगावाट उत्पादन होने के बाद अब इसे फुल लोड में लगातार 72 घंटे चलाया जाएगा। ट्रायल सफल हुआ तो केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण से अनुमति मिलेगी। उम्मीद है कि इसी महीने से इस यूनिट से बिहार को 250 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी।
इससे पहले भी बरौनी से बिजली उत्पादन की कोशिश की गई थी। लेकिन 250 मेगावाट का पूरा उत्पादन नहीं हो सका था। हर बार कोई न कोई तकनीकी समस्या उत्पन्न हो जा रही थी। गुरुवार को इस यूनिट ने फुल लोड प्राप्त कर लिया। नई यूनिट के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। अब इसे लगातार 72 घंटे चलाने की चुनौती सामने है।
बरौनी बिहार का पुराना बिजली घर है। पहले यहां 100 मेगावाट बिजली उत्पादित होती थी। 2005 आते आते यह यूनिट पूरी तरह बंद हो गई। तब सरकार ने पुरानी यूनिट को क्षमता विस्तार कर 110 मेगावाट करने का निर्णय लिया। साथ ही 250 मेगावाट की दो नई इकाई बनाने का भी निर्णय लिया। 110 मेगावाट की दोनों इकाइयों से बिजली उत्पादित हो रही है। नई यूनिट की पहली इकाई ने गुरुवार को फुल लोड प्राप्त कर लिया।
इस महीने से बिहार को 250 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी। अधिकारियों के अनुसार दूसरी नई यूनिट के सभी उपकरण का समन्वय हो चुका है। छह महीने में उसे भी चालू कर लिया जाएगा। बरौनी बिजली घर को बिहार सरकार ने एनटीपीसी को दे दिया है। दिसंबर 2018 से सरकार ने इसके संचालन की जिम्मेवारी उसे सौंपी है।
Input-First Bihar