बिहार के लाल का धमाल, इफ्तेखार रहमानी को मिली चाँद पर 1 एकर की जमीन – किया था ये काम

डेस्क : जब कोई बहुत अच्छा काम करता है तो उसको इनाम में उपहार मिलता है। ऐसे में एक समय था जब किसी कोई व्यक्ति किसी से खुश हो जाता था। तो उपहार में जमीन दे देता था। कुछ ऐसा ही उदाहरण हमें देखने को मिला है एक प्रतिभा से भरे हुए इफ्तेखार रहमानी में। इफ़्तेख़ार रेहमनी एक सॉफ्टवेयर डेवलपर है।

वह बेनीपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 7 के निवासी है, रेहमानी को अमेरिकी कंपनी लोनार सोसायटी इंटरनेशनल ने चांद पर 1 एकड़ जमीन दी है। जैसे ही यह खबर उनको मिली तो वह खुशी से फूले न समाए और जब यह खबर मोहल्ले को पता लगी तो पूरे मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ गई।

एक के बाद एक उनको बधाइयां मिलने लगी, बता दें कि उनके पिताजी का नाम सदर आलम था। वह वर्ष 2014 में रेहमानी का साथ छोड़ के चले गए थे। रेहमानी की माता जी का नाम नाजरा बेगम है। रेहमानी ने अपनी पूरी पढ़ाई बहेड़ा से की है। उन्होंने बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी किया है और बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी करने के लिए उन्होंने एसएस कॉलेज में दाखिला लिया था। रेहमानी के कुल 6 भाई बहन हैं। घर के हालात कुछ खास नहीं है लेकिन जब से यह खबर उनकी माताजी नाजरा बेगम को मिली है तब से वह बहुत खुश हूं और सबको बता रही है कि उनके बच्चे ने गर्व से उनका नाम रोशन किया है।

बता दें कि रहमानी ने कड़ी परीक्षा दी है एवं परिश्रम किया है। रेहमानी लोनार सोसाइटी इंटरनेशनल में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। बता दें कि रेहमानी ने इस अमेरिकन कंपनी को एक सॉफ्टवेयर अपडेट करके दिया है। जैसे ही वह सॉफ्टवेयर अपडेट हुआ तो कंपनी के लोग खुश हो गए और उन्होंने रेहमानी को चांद का टुकड़ा भेंट में दे डाला। रेहमानी का कहना है कि अब वह सोच रहे हैं कि चांद पर जमीन का क्या करेंगे ? फिलहाल वह काफी खुश हैं और आगे की योजना बना रहे हैं। रेहमानी की नोएडा में एक सॉफ्टवेयर बनाने की कंपनी है। उन्होंने इस कंपनी को 2019 में खोला था। साथ ही साथ वह अमेरिका की कंपनी के लिए भी काम करते थे। वे कहते हैं कि अपने ग्राम अनुमंडल बेनीपुर दरभंगा में सभी युवाओं के लिए एक सॉफ्टवेयर कंपनी खोलेंगे। इस सॉफ्टवेयर कंपनी से अनेकों युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनको पैसे कमाने के लिए बाहर नहीं जाना होगा। इसी के साथ-साथ एक प्रशिक्षित नौकरी भी उनके हाथ में होगी।