गजब! बिहारी शिक्षक 25 सालों तक पढ़ाता रहा, रिटायरमेंट के बाद पता चला 10वीं पास भी नहीं है..फिर जो हुआ..

डेस्क : शिक्षक का अर्थ ज्ञान देने वाला होता है। कभी-कभी आपकी जिंदगी में ऐसे शिक्षक आते होंगे जिन्हें आप ताउम्र भूल नहीं पाते हैं। लेकिन आज जिस शिक्षक से आपको रूबरू कराने जा रहा हूं उन्हें शायद आपकी पीढ़ियां भी न भूल पाए। यह शिक्षक फर्जी डिग्री पर नौकरी करता रहा और शिक्षा विभाग आंख मूंदकर सोने का बहाना करता रहा।

यह पूरा मामला मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर का है। दरअसल मामला यह है कि एक शिक्षक अपनी फर्जी डिग्री पर नौकरी करता रहा और जब रिटायर्ड हो गए तब रिटायरमेंट सुविधा के लिए उनके डाक्यूमेंट्स बोर्ड के पास गया तब सबको शिक्षक का फर्जीवाड़ा पता चला। शिक्षक के पास दसवीं से लेकर जितने भी शिक्षा विभाग के मापदंडों पर खरा उतरने के लिए जरूरी कागजात है सब के सब फर्जी निकले।

शिक्षक की सच्चाई पता चलते ही पूरे शिक्षा विभाग में तहलका मच गया। इधर डीईओ के आदेश पर शिक्षक पर फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी लोकेश राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा बरियारपुर गांव के अरविंद रविदास हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय लक्ष्मीपुर जागीर मैं पिछले 20-25 वर्षों से शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। लेकिन रिटायर्ड होने के बाद पेंशन आदि सुविधाओं के लिए जब उनके कागजात बोर्ड के पास पहुंचा, तो उनके सभी कागजात फर्जी पाए गए।

इस मामले में कार्रवाई की बात करते हुए डीईओ ने बताया कि एक शिक्षक के रूप में जितना वेतन उन्हें मिला है और उसके साथ-साथ जितनी भी सुविधा उनको मिली है सभी का वसूली किया जाएगा। बता दें जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्र के आलोक में फर्जी शिक्षक पर शामपुर में फर्जीवाड़े का केस भी दर्ज कर लिया गया है। हवेली खड़गपुर प्रखंड में यह विषय काफी चर्चा में है कि आखिर कैसे एक शिक्षक पूरे शिक्षा विभाग को फर्जी डिग्री दिखाकर वर्षों तक नौकरी करता रहा।