न्यूज़ डेस्क: इथेनॉल प्रोत्साहन नीति लागू करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बन गया है जो निवेशकों को मक्का, गुड़, टूटे चावल और सड़े हुए अनाज से सीधे इथेनॉल बनाने की अनुमति देगा। इससे आने वाले दिनों में बिहार अब इथेनॉल उत्पादन का हब बन जाएगा
इसकी तैयारी राज्य सरकार कर ली है। कुछ दिनों पहले दिल्ली में तेल कंपनियों द्वारा इथेनॉल उत्पाद की बिडिंग की गई थी जिसमे बिहार के एक दर्जन से अधिक इथेनॉल उत्पादन प्लांट लगाने वाली कंपनियों ने भाग लिया था । इनमे राज्य की छह कंपनियों को तेल कंपनियों ने इथेनॉल खरीदने की मंजूरी दी गई है।
इनमे नालंदा के पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की तीन यूनिट द्वारा इथेनॉल उत्पादन की खरीद करने की अनुमति दी है। वहीं,आरा और मुजफ्फरपुर की भी इथेनॉल उत्पादन यूनिट को शामिल किया गया है। इनसब से प्रतिदिन 250 किलोलीटर से ज्यादा इथेनॉल का उत्पादन हो सकेगा । इसमे सबसे ज्यादा फायदा बढ़ते पेट्रोल के दामों से निजात मिल सकता है। अब प्लांट के लगने से पेट्रोल की बढ़ती हुई कीमतों पर रोक लग सकेगा। केंद्र सरकार की पेट्रोल की कीमत को 2024 तक स्थिर करने की योजना है। इसके अलावा यह पर्यावरण संरक्षण में भी काफी मददगार साबित होगा।