बिहार : अवैध बस किराया से परेशान हैं यात्री, लॉक डाउन बाद 30 प्रतिशत तक हुई किराये में वृद्धि

न्यूज डेस्क : इन दिनो पूरे देश के लोग करोना महामारी के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे है. इधर बिहार में अवैध बस किराया से यात्री परेशान है. यात्री को सफर करना पहले से भी ज्यादा किराया महंगा हो गया है. लॉकडाउन खुलने के बाद से ही निजी सवारियों का किराया बढ़ गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली बसों का काफी बुरा हाल है. इन क्षेत्रों में यात्रा करने वाले लोगों को ड्राइवर और कंडक्टर के मनमानी का सामना करना पड़ रहा है.

यह लोग आम यात्रियों से मनमाने ढंग से किराया वसूल रहे हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. मनमाने किराये को लेकर जब यात्री इनका विरोध करते हैं तो मनमानी करने वाले ड्राइवर उन्हें बस में भी नहीं चढ़ाते. यात्रियों की परेशानी के बाद भी ऐसी बसों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इन किरायों में 10 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है. इस तरह ऑटो, निजी वाहन, बस, रिक्शा, ई रिक्शा इन सब के चालकों ने पहले की तुलना में किराया भी बढ़ा दिया है. इस अतिरिक्त किराये का बोझ अब आम जनता झेल रही है.

कई महीनों तक यात्री वाहन बंद रहने के कारण उनके चालकों को काफी नुकसान हुआ था. वाहन भाड़े में बढोतरी की एक यह भी वजह है. वहीं स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसें भी बंद की गयी. लेकिन जब यह फिर से शुरू किये गये तो किराया काफी हद तक बढ़ा दिया गया है. अभी तक ट्रेन से भी कोई विकल्प नहीं है, जिससे मजबूरन अतिरिक्त किराया देकर पटना जाना पड़ रहा है.