डेस्क : महिलाओं के साथ मारपीट और प्रताड़ना जैसी हिंसा की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। साल 2020 की राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे घटना में बिहार के आपराधिक आंकड़े तो बेहद हैरान करने वाले हैं। विशेषकर के अश्लीलता जुड़े अपराध की स्थिति मानिये की जिंतापूर्ण है। एनसीअरबी के रिपोर्ट की माने तो बिहार अश्लीलता से जुड़े अपराध में नंबर एक पर है। साथ ही दहेज कम देने पर प्रताड़ना से लेकर जबरदस्ती शादी के मामलों में भी बढ़ोतरी दिखी हैं। वहीं कम उम्र की बच्चियों के साथ हिंसा के केसेस में भी इजाफा हुआ है।
साल 2020 में एनसीआरबी की रिपोर्ट के हिसाब से अश्लीलता संबंधी अपराध में प्रथम स्थान पर बिहार का होना चिंता की बात है। सम्पूर्ण देश की बात करें तो कुल 553 केसेस आए, जिसमे सिर्फ बिहार में 106 घटना दर्ज की गई है। वहीं केरल में 83 मामलों आने से वो दूसरे नंबर पर रहा। तीसरे स्थान की बात की जाए तो राज्य झारखंड रहा, जहां 71 केसेस दर्ज हुए। वहीं चौथे स्थान पर कनार्टक और तमिलनाडु रहे।
एक नज़र, महिलाओं से जुड़े हिंसा के आंकड़े
- साल 2018 2019 2020
- कुल 16920 185687 15359
साल 2020 में महिलाओं के साथ हुए आपराधिक मामले
- दुष्कर्म करने बाद हत्या 3 मामले
- दहेज के कारण हत्या 1046 मामले
- आत्महत्या करने की कोशिश 21 मामले
- एसिड अटैक 1 मामले
- पति से प्रताड़ित महिला 1935 मामले
- अपहरण के 6671 मामले
- शादी के लिए अपहरण कुल 5308 मामले
- अपहरण करने के बाद हत्या के 11 मामले
- जबरन शादी के 2688 मामले
- मानव तस्करी के 24 मामले
- दुष्कर्म के 806 मामले
2020 में केवल पटना में महिलाओं के साथ हिंसा के इतने मामले
- दहेज के चलते हत्या 24 मामले
- पति से प्रताड़ना 101 मामले
- महिलाओं का अपहरण 187 मामले
- 18 साल से कम उम्र की लड़की का अपहरण के 61मामले
- 18 साल से अधिक लड़की से दुष्कर्म की कोशिश 8 मामले
- दहेज के लिए प्रताड़ना के 105 मामले
- यौन उत्पीड़न के 3 मामले