डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के आते ही नेताओं की बयानबाज़ी, दल-बदल, आपसी रंजिश अपने जोरो पर है। आये दिन बस इन्ही से जुडी खबरे हर तरफ चलती रहती है। पर इन सब के इतर भी एक खबर है जो हर तरफ छायी हुई है ” बिहार में का बा, कोरोना से बीमार बा, बाढ़ से बदहाल बा। भरी जवानी में मंगरुवा चलत ठेगुरवा चाल बा। अरे का बा, बिहार में का बा। 15 साल चचा रहलन, 15 साल पप्पा। तबो ना मिट बेजोरगारी का ठप्पा। जब जब सइया होले मोर अरब के रवाना, तब तब जियरा खोजे एहो इहा कारखाना। बोला का बा।”
बिहार चुनाव के इतर सोशल मीडिया पर यही वो गाना है जो आजकल छाया हुआ है। इसे लिखा और गाया है बिहार के कैमूर जिले की रहने वाली नेहा सिंह राठौर ने। नेहा वैसे तो 2018 से ही गाने गा रही हैं, लेकिन बिहार चुनाव आते ही उनके गाने सोशल मीडिया पर छा गए और उनके फॉलोवर की संख्या में तेजी से इजाफा हो गया। बकौल नेहा वो अपना हर गाना फेसबुक पर जरूर डालती है पर बीच में बार फेसबुक में उनके फॉलोवर की संख्या तेजी से कम हो गई, तब नेहा ने अपने गाने ट्वीटर पर भी डालने शुरू किये।
नेहा के अनुसार उन्होंने कभी भी गाना वायरल करने की नियत से नहीं गाया या लिखा। वह सिर्फ जन की आवाज बनना चाहती है लाेग जो अपनी बात कहने से डरते हैं उनकी बात गाने के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की कोशिश करती हूं। नेहा कहती है जब भी कोई गाने की तारीफ करता है तो अच्छा लगता है। लगातार सरकार के चुनौती देने वाले गाने लिखने और गाने पर डर नहीं लगता के सवाल पर नेहा कहती हैं कि डर तो तब लगतता जब नियम नहीं मालूम होता। मुझे लोकतंत्र का नियम मालूम है। डरने की क्या जरूरत। सरकार ने कहा है आप सवाल कर सकते हैं। एक गाना उन्होंने बेरोजगारी पर भी गाया था। इस गाने को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के समय लोगों ने खूब शेयर किया।कई बड़े विपक्षी नेताओं ने भी गाना शेयर कर दिया।