बड़ी खबर : बिहार के अनुरोध पर 1000 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें और चलाई जाएंगी, कृप्या पैदल यात्रा न करें

डेस्क : कोरोना संकट के बीच देश लॉकडाउन है और इस दौरान हजारों श्रमिकों की घर वापसी करवाई जा रही है, 24 मार्च को अचानक लॉकडाउन होने के कारण हजारों प्रवासी मजदूर दूसरे राज्य में फंसे हुए थे और लगातार सरकार से अपील कर रहे थे कि उनकी घर वापसी हो जिसके बाद सरकार ने स्पेशल ट्रेन चला कर उन मजदूरों की वापसी सुनिश्चित करायी और प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला शुरू हो गया लेकिन अभी भी कई ऐसे मजदूर हैं जो पैदल ही अपने राज्य लौट रहे हैं और इस दौरान कई प्रवासी मजदूर हादसों का शिकार भी हो रहे हैं।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी ट्वीट कर के लिखा है ‘बिहार के अनुरोध पर बड़ी संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है, 1000 और ट्रेन चलने वाली है! मजदूरों से पैदल, साइकिल या ट्रक से सफर करने की बजाय धैर्य रखने और ट्रेन से ही घर लौटने की अपील लगातार की जा रही है। तमाम इंतजाम और एहतियात के पीछे पटरिया सड़क पर हुए हादसे अत्यंत दुखद है, सुशील कुमार मोदी ने कहा चलो कहां लगा है कि यूपी में सड़क दुर्घटना में 24 मजदूरों की मृत्यु से मैं काफी दुखी हूं और ऐसे में इस तरह के मामलों परलालू प्रसाद यादव का राजनीति करना मानवीय संवेदना की अंत्येष्टि है।

लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा और साथ ही साथ गरीबों की मदद करने की बात कही जिसके बाद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर लालू प्रसाद यादव हो इस तरह संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति न करने की सलाह दी है

बता दें यूपी में 24 लोगों की मौत हुई है जिसके बाद लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है उन्होंने लिखा है कि मर्माहत हूं, बेबस हूं, गरीब मजदूरों की हत्या का दोषी कौन है साथ में उन्होंने ये भी लिखा कि माफ करना यह दुर्घटना नहीं है सब जानते हैं कि गरीबी अभिशाप है लेकिन कम से कम भगवान के लिए उन्हें ऐसी मौत तो ना दीजिए, गरीब के लिए सरकार ईश्वर का रूप होती है कुछ नहीं किया तो गरीबों का ईश्वर से विश्वास उठ जाएगा।