कोरोना से जंग में हारे नूर सराय के BDO राहुल कुमार, लोग बोले विकास को देते थे तवज्जो

डेस्क : कोरोना के चलते एक बार फिर से लोगो की जिंदगी थम गई है। सरकार की और से कोरोना को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आ रहा है। लोग इंतज़ार कर रहे हैं की भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से कोरोना के बिगड़ते हालत के ऊपर कुछ बोलें, लेकिन बंगाल के इलेक्शन के चलते ऐसा लग रहा है की उनको समय नहीं मिल पाएगा।

बीते दिनों में देश में कोरोना से जूझ रहे लोगों की मौत के आंकड़ों में इजाफा हुआ है। देश के कई हिस्सों से भयावह तस्वीरें आ रही हैं, ऐसे में नूरसराय के बीडीओ को भी कोरोना संक्रमण हुआ था। एंटीजन टेस्ट में उनके परिणाम भी पॉजिटिव आया था। जिसके बाद उनकी तबीयत दिन पर दिन बिगड़ती चली गई। नूरसराय के बीडीओ राहुल कुमार का निधन पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया है। भारत में इस वक्त 14,788,109 कोरोना ग्रसित लोग हैं। कुछ समय के लिए वह होम क्वारंटाइन हो गए थे। घर पर ही उन्होंने सारे एतिहाद बरतने शुरू कर दिए थे, लेकिन कुछ ख़ास फरक नहीं पड़ा और उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई। उनकी मृत्यु 17 अप्रैल की देर शाम को हुई थी।

बता दें की राहुल कुमार नालंदा जिले से हैं। वह काम करते वक्त बीमार पड़ गए थे और उनके साथ तीन लोग और थे जो बीमार हो गए थे उनकी भी मृत्यु हो गई है। राहुल कुमार अपने प्रखंड में विकास को तवज्जो देते थे जिसके चलते लोग उनको जानते थे। उनकी तबीयत बीच में एक बार सही हुई थी लेकिन उससे कुछ ख़ास फरक नहीं पड़ा। उनकी मृत्यु के पश्चात पूरा नूर सराय गम में डूब गया है। जिले में 500 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई है और 16 मौतें हो चुकी हैं। नूरसराय के डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं और यहाँ के अस्पताल में कभी सैनिटिज़ेशन का काम होता है तो कभी नहीं।