फर्जी IAS अधिकारी बनकर वीआईपी सुविधा के लिए अधिकारियों को करता था फ़ोन, जानें कहानी का बेगूसराय कनेक्शन

न्यूज डेस्क, बेगूसराय : वीआईपी सुविधा पाने के लिए अपने आप को फर्जी आईएस बताने का मामला सामने आया है। खबर बिहार के पड़ोस के राज्य झारखंड से है और इसका कनेक्शन बिहार के बेगूसराय से भी है। आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जो अपने आप को ओरिजिनल आईएस बता कर देवघर के डीसी को फोन पर धमकाया करता था। उक्त युवक बेगूसराय बताया जा रहा है. सरकारी सुविधा पाने के लालच में कोई भी आदमी फर्जी आईएस बन जाता है.

आखिरकार मे उस नटवरलाल को फर्जीवाड़ा के आरोप में देवघर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, फर्जी आइएएस बन कर देवघर के DC मंजूनाथ भजंत्री को फोन पर हड़काया करता था. इसी बीच बेगूसराय के रहने वाले फर्जी आईएस रंजीत कुमार को देवघर पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र के बाइपास रोड स्थित होटल धनराज रेसिडेंसी से दबोच लिया. इसके बाद उसे नगर पुलिस की टीम थाना लेकर पहुंची. उससे लंबी पूछताछ की गयी. पूछताछ के बाद वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर उसे पीआर बांड भरवा कर रिहा कर दिया. हालांकि, पुलिस रंजीत कुमार की आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रंजीत कुमार मूल रूप से बिहार के बेगूसराय का रहने वाला है. उसकी पत्नी कोलकाता में बैंक में काम करती है और वो वर्तमान में रांची में रहता है.

रात में डीसी को फोन कर हड़काया था जानकारी के अनुसार, गुरुवार की रात रंजीत कुमार देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को फोन कर IAS होने का रौब दिखाते हुए कुछ बातें कही. डीसी को उक्त व्यक्ति के IAS होने पर शक हुआ. उन्होंने मोबाइल नंबर की जांच कराते हुए आवश्यक कार्रवाई एवं व्यक्ति को ट्रेस करने का निर्देश पुलिस पदाधिकारियों को दिया. इसके बाद उक्त व्यक्ति को डीसी की उपस्थिति में देवघर के होटल धनराज रेसिडेंसी से पकड़ लिया गया.

पकड़े जाने के बाद चौंकाने वाला खुलासा सामने आया कि रंजीत कुमार पूर्व में फर्जी अधिकारी बनकर कई कारनामे कर चुका है. खुद को पकड़े जाने के बाद IFS का डिप्लोमैट अधिकारी बताने का रौब दिखा रहा था. इसके बाद DC द्वारा कड़ाई से पूछताछ में रंजीत कुमार ने कबूल किया कि वह फर्जी तरीके से VIP सुविधा पाने के लिए ऐसे काम किया करता था.

इधर, डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा है कि वर्तमान समय में जागरूकता, सावधानी व सजगता का आत्मसात अपने जीवन में अवश्य करें. आज लोगों को फोन, इंटरनेट व अन्य माध्यमों से ठगने का तरीका ईजाद किया जा रहा है. मगर सजग रहने से ठगी से बचा जा सकता है.