हनी ट्रेप में फंसा सेना का जवान, बिहार ATS ने किया गिरफ्तार, जानें- पाकिस्तानी महिला से कैसे शुरू हुआ था अफेयर

डेस्क: बिहार में एटीएस (ATS) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। आईबी की रिपोर्ट, पर एटीएस ने एक भारतीय सेना (INDIAN ARMY) के जवान को सुरक्षा मामलों के चलते गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना के जवान एक पाकिस्तानी महिला को देश की खुफिया जानकारी दे रहा था, जिसे आईबी की सूचना पर बिहार एटीएस ने गिरफ्तार किया है। महिला खुद को नेवी की मेडिकल टीम का स्टाफ बता रही थी। हालांकि, पुलिस का कोई भी बड़ा अधिकारी गिरफ्तारी के मसले पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर रहा है।

बिहार के नालंदा का रहने वाला है आरोपी: बताते चलें कि जवान को पटना के दानापुर इलाके से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह एक पाकिस्तानी महिला को फोन पर फील्‍ड इन्फार्मेशन देता था। जवान ने महिला को कुछ गोपनीय दस्तावेज भी दिए हैं। एटीएस की पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोपी की पहचान बिहार के नालंदा निवासी गणेश कुमार मुकेश के रूप में हुई है, जवान अभी पुणे में पोस्टिंग है।

फेसबुक के माध्यम से हुई थी दोस्ती: पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया कि पाकिस्तानी महिला से उससे 2 साल पहले दोस्ती हुई थी। उस समय गणेश की पोस्टिंग राजस्थान के जोधपुर में थी। पाकिस्तानी महिला ने खुद को नेवी (NAVY) की मेडिकल टीम का स्टाफ बताया था। इसके बाद से वह लगातार महिला के संपर्क में था। इस दौरान आरोपी ने महिला संग कई अहम जानकारी साझा करने की बात भी कबूल की है। जब एटीएस की टीम गणेश के मोबाइल फोन का डाटा भी खंगाल रही है। फेसबुक पर जवान की प्रोफाइल गणेश कुमार मुकेश के नाम से है। जवान के फेसबुक प्रोफाइल से चैटिंग की भी पड़ताल की जा रही है।

कहीं हनी ट्रैप IAS की साजिश तो नहीं.. जानकारी के लिए आपको बता दें की हनी ट्रैप एक तरह की जालसाजी हैM इसमें खूबसूरत महिलाओं के जरिए दोस्ती कर महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की जाती हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आइएसआइ) कई सालों से यह हरकत कर रही है। पिछले कुछ सालों में सेना के कई जवान इसके शिकार हुए हैं, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई है। हनी ट्रैप के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ साल पहले भारतीय सेना ने जवानों के इंटरनेट मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई थी