न्यूज डेस्क : बिहार में मानसून का मिजाज लगातार अलग-अलग धाराओं में बदल रहा है। कभी बारिश तो कभी धूप.. बता दे की राज्य के दक्षिण पश्चिम भाग में इन दिनों निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने के कारण अधिकतर हिस्सों में बादल छाए रहने के साथ मौसम भी सुहाना बना हुआ है। शनिवार को राजधानी समेत कई जिलों में हल्के से मध्यम व भारी बारिश दर्ज की गई।
बता दे की इस बर्ष सामान्य से ज्यादा बारिश (Rain) रिकॉर्ड की जा चुकी है। फिर भी मानसून बारिश की ओर लगातार अग्रसर है। वहीं रविवार को पटना मौसम विभाग एक साथ 19 जिलों के लिए वज्रपात के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वैज्ञानिकों की मानें तो मानसून की ट्रफ रेखा बिहार के गया से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। साथ ही दक्षिण बिहार के 19 जिलों में तेज हवा के साथ वज्रपात और भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। दक्षिण बिहार के अलावा उत्तर बिहार में भी कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग और आपदा विभाग ने लोगों से बारिश और वज्रपात को लेकर सावधान रहने की भी अपील की है।
इन जिलों के लिए पूर्वानुमान जारी किया गया है: बता दें कि आईएमडी (IMD) ने बिहार के इन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। बेगूसराय,खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, बांका,जमुई,गया, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय बक्सर, पटना, नालंदा, जहानाबाद, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल में भारी बारिश होने की संभावना और वज्रपात की भी आशंका है। वहीं सारण, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीवान, छपरा, गोपालगंज, मधुबनी, पूर्णिया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, अररिया और कटिहार में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बीते 24 घंटे में यहां ज्यादा बारिश हुई : पटना IMD के अनुसार राज्य मे बीते 24 घंटों के दौरान शेरघाटी में 100 मिमी, औरंगाबाद में 77.8 मिमी, नौहट्टा में 70.6 मिमी, अधवारा में 67.2 मिमी, चेनारी में 62.2 मिमी, भभुआ में 57.2 मिमी, देव में 54.6 मिमी, गया में 48.8 मिमी, डेहरी में 45.6 मिमी, दिनारा में 43.6 मिमी, फारबिसगंज में 41.4 मिमी, बांका में 40.4 मिमी, बरारी में 39.8 मिमी बारिश दर्ज की गई गई।
मौसम में लगातार नमी बढ़ रही है : बताते चलें कि पटना मौसम विज्ञान के वैज्ञानिकों का कहना है कि इन जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी से निम्न हवा का दबाव पश्चिम की तरफ शिफ्ट हो रहा है। एक ट्रफ रेखा गंगानगर, नरनौल, गया, बांका होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इस कारण से नमी का क्षेत्र बन रहा है। इस सिस्टम के कारण बारिश का अनुमान है। वहीं, मौसम विभाग ने ये भी कहा है कि मानसून सत्र अभी एक जून से 30 सितंबर तक है और ऐसे में ज्यादा बारिश होने के बाद कई इलाकों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है।