डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 सम्पन्न हुए पखवारा गुज़र चुका है। कोरोना काल में हुए इस चुनाव ने मिसाल तो पेश कर दी लेकिन परिणाम आने के बाद से ही तरह – तरह के हंगामे आये दिन खड़े हो रहे है।17वीं बिहार विधानसभा के सत्र का आगाज जहां विधायकों के सदन में प्रवेश करने से पहले सीढ़ियों पर मत्था टेकने जैसी खूबसूरत तस्वीरों के साथ हुआ तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM विधायक के हिंदुस्तान न बोलने से जोरदार हंगामा भी मच गया।
दरअसल हुआ कुछ यूँ की, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायक अख्तरुल इमान ने शपथ ग्रहण के दौरान हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति जताते हुए भारत बोलने पर अड़ गए।अख्तरुल इमान को उर्दू भाषा में शपथ लेनी थी, लेकिन उर्दू में भारत की जगह हिंदुस्तान शब्द के इस्तेमाल पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए प्रोटेम स्पीकर से भारत शब्द का इस्तेमाल करने की मांग की। हालांकि, बाद में अख्तरुल इमान ने कहा कि वे आपत्ति नहीं जता रहे, बल्कि सलाह दी है।सबसे खास बात यह कि AIMIM विधायकों के इस व्यवहार का विरोध जनता दल यूनाइटेड की ओर से भी किया गया।
हालांकि, तब तक मामले ने अपना रंग दिखते हुए तूल पकड़ लिया था और जेडीयू नेता मदन सहनी ने कहा कि विधायक को हिन्दुस्तान बोलना चाहिए था। हिदुस्तान बोलने में कोई हर्ज नहीं है। वह भारत बोलने पर अड़े हुए थे, जबकि उनके भाषण में भारत की जगह हिंदुस्तान लिखा था। वहीं, बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि जिन्हें हिंदुस्तान बोलने पर दिक्कत है वो पाकिस्तान जाए। ऐसे लोगों को भारत में रहने का कोई हक नहीं। ऐसे लोगों को सदन छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए।ऐसे लोग देश को तोड़ने वाले हैं।