पिता को मुखाग्नि देने के बाद फिर मैदान ए-जंग में LJP का परचम लहराने की रणनीति पर करेंगे काम

डेस्क : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान को आज राजकीय सम्मान के साथ अलविदा कह दिया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार 10 अक्टूबर यानी कि आज दोपहर करीब 1:30 बजे के करीब पटना के दीघा स्थित जनार्दन घाट पर होगा। उनका पार्थिव शरीर वायुसेना के विशेष विमान द्वारा दिल्ली से पटना लाया जा चुका है।

जितने भी उनके समर्थक हैं और चाहने वाले हैं उन्होंने उनके आवास के बाहर ही आज के सुबह 8:00 बजे से भीड़ लगा रखी है। काफी भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए आई है। रामविलास पासवान को कई दिग्गज नेताओं ने प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति ने श्रद्धांजलि दी और शोक व्यक्त करा रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को लोजपा कार्यालय लाया गया है, जहां पर उनके नाते रिश्तेदार समेत कई नेता एवं कार्यकर्ता पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।

वहीं इनकी निधन के बाद सारा भार अब उनके बेटे चिराग पासवान पर आ गया है जिसके लिए उन्हें अपनी रणनीतियों पर जमकर काम करना होगा आपको बता दें कि चिराग पासवान की बगावत मिथिला की राजनीति में नया कुनबा तैयार कर रही है। इस वक्त चिराग की नजर एनडीए के मजबूत बागियों पर है दूसरी और भाजपा ने अपना स्टैंड भी साफ कर दिया है कि चुनाव में चिराग प्रधानमंत्री के नाम एवं उनकी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर सकती हैं। इस तरह की स्थिति को भांपते हुए उन्होंने सिर्फ उन नेताओं को अपने साथ लेने की तैयारी करी है जो भाजपा के टिकट की रेस में थे।