Padma Awards 2022: बिहार की 2 विभूतियों को मिला पद्मश्री, बेगूसराय को गर्व है अपने अर्थशास्त्री शैवाल गुप्ता पर..

डेस्क: 73वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा कुल 128 लोगों को पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया, इसी पुरस्कार में बिहार के बेगूसराय के सुप्रसिद्ध चिकित्सक और रंगमंच, संस्कृतिक, साहित्य एवं समाजिक समृद्धि के अधिष्ठाता डॉ. पी. गुप्ता के पुत्र और अर्थशास्त्री शैवाल गुप्ता को भी पद्म पुरस्कार से नवाजा गया, जिससे जिले में हर्ष का माहौल है।

जानकारी के लिए आपको बता दे की प्रसिद्ध अर्थशास्त्री स्वर्गीय शैबाल गुप्ता को भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। शैबाल गुप्ता को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मरणोपरांत पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, मालूम हो की शैबाल गुप्ता का पिछले साल 28 जनवरी को 67 साल की उम्र में निधन हो गया था। एक प्रसिद्ध सामाजिक वैज्ञानिक होने के अलावा, उन्हें एक संस्था-निर्माता के रूप में जाना जाता था।

आपको बता दें कि राजधानी पटना में एशियाई विकास अनुसंधान संस्थान (ADRI) की स्थापना में उनकी सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। वो सेंटर फॉर इकोनॉमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनेंस (CIPPF) के निदेशक थे, जिसे बिहार सरकार ने आद्री में सार्वजनिक वित्त पर रिसर्च के लिए एक समर्पित केंद्र के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज, ससेक्स के साथ विभिन्न शोध परियोजनाओं पर भी काम किया था।

इधर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शैबाल गुप्ता को प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार प्रदान दिए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “पहले सरकार पार्टी और समर्थन को देखकर पद्म सम्मान देती थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पारदर्शिता के साथ सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों का चयन और सम्मान करती है।”

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी शैबाल गुप्ता को पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। CM नीतीश ने कहा कि ” बिहार से सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट काम के लिए आचार्य चंदन जी और मरणोपरांत स्व० शैबाल गुप्ता को साहित्य एवं अच्छी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्म श्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई है, यह मेरे लिए हर्ष का विषय है और बिहार गौरवान्वित है।”