डेस्क : धीरे-धीरे भारत प्रगति कर रहा है, भारत की प्रगति करने में हर राज्य शामिल है और उनमें से एक बिहार भी है। आपको, बता दें कि आगे की ओर गति करना मानवता का ही नहीं बल्कि देश का भी हित है ऐसे में बिहार की राजधानी पटना में सरकार ने फैसला किया है कि बिहार में मौजूद सभी महत्वपूर्ण सड़कों को चौड़ा किया जाएगा।
बिहार की सड़कों को बड़ा और विशालकाय बनाया जाएगा। आपको बता दें कि अक्सर जो वाहन पटना के लिए आते हैं या पटना से दूसरे जिले की ओर जाते हैं वह अक्सर जाम का शिकार हो जाते हैं। सरकार इन सड़कों को चौड़ा इसलिए कर रही है ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न ना हो। कई सड़कों पर तो घंटों तक जाम लग जाता है। जाम लगने की स्थिति से निपटने के लिए सरकार सात निश्चय-दो के तहत यह योजना बना रही है कि बिहार में रहने वाला हर व्यक्ति मात्र 5 घंटे के भीतर ही अपने वाहन को लेकर पटना पहुंच सके।
आपको बता दें की पटना बिहार की राजधानी है। इसलिए वह बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है किसी भी वाणिज्य कार्य पूरा करने के लिए। इस योजना को सुलभ संपर्क योजना कहा गया है। जिसमें करीब 122 बाईपास बनेंगे और सभी पुराने बाईपास का निर्माण किया जाएगा। हालांकि, यह बाईपास बनने में 3 साल का समय लगेगा।
जैसे ही यह बाईपास बनकर तैयार हो जाएंगे तो हमेशा से लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा। राज्य के अधिकारियों ने सड़कों का निरीक्षण किया है और यह पाया कि राज्य में इस वक्त 120 ऐसी सड़कें हैं जिनको जाम की समस्या आ रही है। इसमें स्टेट हाईवे की 33 सड़के हैं एमडीआर की 56 सड़के हैं और नेशनल हाईवे की 30 सड़कें हैं। यह सारी सड़के एमडीआर के तहत आती हैं। जिन इलाकों में सड़क जाम होती हैं उनमें किशनगंज, पूर्वी चंपारण, सारण, सीतामढ़ी, शेखपुरा, भागलपुर, मुंगेर, पश्चिम चंपारण, कैमूर, सिवान, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास, पटना, बक्सर, बेगूसराय, पूर्णिया, भोजपुर, खगड़िया, मधेपुरा और गोपालगंज जैसे बड़े नाम शामिल है।
फिलहाल पूरे बिहार में पटना को लेकर 56 सड़कों को चिन्हित किया गया है जिन पर यह पथ निर्माण का कार्य शुरू होना है। यह कार्य आने वाले तीन साल में पूरा किया जायेगा।