बिहार में जहरीली शराब से एक ही गांव में 16 लोगों की गयी जान, SHO समेत 3 सिपाही संस्पेंड, DM को शो कॉज नोटिस

न्यूज डेस्क : शासन चलाने और शासन करने में बहुत फर्क है। यही अंतर लोकतांत्रिक और एकाधिकारवादी सिस्टम में भी है। जिस राज्य (बिहार) में सामंतवादी जड़ें इतनी गहरी हो, वहां ऐसा होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। इसी कैटेगरी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आते हैं। जिन्हें उनके प्रशंसक ‘सुशासन बाबू’ भी कहते हैं। आपको बता दें सत्ता आते ही नीतीश कुमार ने सूबे में सर्वप्रथम अप्रैल, 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू किये। लेकिन, क्या वाकई में बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुआ। क्या सच में बिहार में शराब बिक्री नहीं हो रही है?

मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो शराबबंदी कानून लागू के बावजूद भी बिहार के हर गांव, गली, मोहल्ले सभी जगह खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। वह भी होम डिलीवरी के साथ! शराब माफियाओं का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि आम इंसान तो छोड़िए अपराधी पुलिस वालों को भी नहीं बख्श रहे हैं। एकदम धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है।

अबतक 16 की मौत हो गई : अभी हाल ही में बिहार के पश्चिमी चंपारण में जहरीली शराब से बीते 4 दिनों में 16 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वही अधिकारियों ने बताया कि 12 से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। SP किरण कुमार जाधव ने मामले में कार्रवाई करते हुए लौरिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार रजक को बेतिया पुलिस केंद्र भेज दिया और प्रभारी लौरिया थानाध्यक्ष कृष्णा प्रसाद को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा तीन अन्य सिपाही भी सस्पेंड किए गए हैं।

इतने लोग गिरफ्तार हुए : बता दे की जहरीली शराब से जुड़े मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच के लिए पटना से भी एक टीम भेजी गई है जो कि पीड़ित परिवारों से पूछताछ कर रही है। वही पुलिस के मुताबिक मुख्य अभियुक्तों की पहचान हो गई है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार बी ही कर लिया जाएगा। पुलिस ने बीते 4 दिनों में पश्चिम चम्पारण, बेतिया और कई अन्य जिलों में छापामारी की है। इस मामले में बगहा अनुमंडल के डीएम को भी शो कॉज नोटिस भेजा गया है।

डीएम ने कहा जांच का विषय है: डीएम कुंदन कुमार ने कहा कि इलाके के सभी अस्पतालों और सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि जहरीली शराब के लक्षणों से संबंधित कोई भी मरीज कहीं इलाज के लिए आए तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी जाए। इसके अलावा प्रभावित गांवों में मेडिकल टीमें भेजी गई हैं। और जहरीली शराब से प्रभावित परिवारों को तलाश कर उनकी मदद कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी घटना पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही है, हर तरह के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके।