परिवार में ढाई साल के बेटे से लेकर बुजुर्ग तक थे संक्रमित, सकारात्मक सोच से कोरोना को दिया मात

डेस्क : कोरोनावायरस इन दिनों भारत को पुरी चपेट में पूरी ले लिया है। हर दिन मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। और लगातार केसो की संख्या में वृद्धि हो रही है। बिहार में भी कोरोना पूरी तरह से दस्तक दे चुका है। लेकिन, सोचने वाली बात यह भी है। देश में इस समय कोरोना नाम पर गलत अफवाह भी फैलाई जा रही है।

जिसकी वजह से लोग और नकारात्मक सोच में फंसते जा रहे हैं। लेकिन, इस वक्त सबसे जरूरी यही बात है कि नकारात्मक बातें दूर कर आप सकारात्मक सोच को तरजीह दें। ऐसा करके ही आप इस वैश्विक बीमारी को दूर कर पाएंगे और खुद को बेहतर तरीके से रख सकेंगे। इसी बीच बिहार राज्य के पटना जिले से एक ऐसी खबर निकल कर सामने आई है। जहाँ, एक ही परिवार से 11 लोग पॉजिटिव होने के बावजूद भी हार नही मानी। बल्कि, सकारात्मकता और आत्मविश्वास ने कोरोना को खुद पर हावी नहीं होने दिया। और कोरोना से जंग जीतकर वापस आ गया।

ढाई साल के बेटे से लेकर 65 साल के बुजुर्ग तक संक्रमित था: इस परिवार में कुल 11 सदस्य हैं। यह पूरा परिवार अप्रैल महीने में कोरोना वायरस की चपेट में गया था। ढाई साल के बेटे से लेकर 65 साल की बुजुर्ग मां भी कोरोना संक्रमित हो गई थीं‌। परिवार के मन में डर समा गया अब क्या होगा। अनहोनी की आशंका से घर के मुखिया घिर गए। वह ये सोच-सोच कर परेशान हो जाते थे कि आखिरकार कैसे इस हालात से निपटें। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान मोहन कुमार को पूरे परिवार की चिंता सताती रहती थी।

हालांकि एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने खुद को संभाला और फिर धीरे-धीरे परिवार के हर सदस्य का ख्याल रखने लगे। आज उनका पूरा परिवार सुरक्षित है। अनहोनी की आशंका गलत साबित हुई. परिवार की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है। घर के सदस्यों ने बताया इस संकट के समय घबराने का नहीं बल्कि संयम बरतने की जरूरत है। ताकि कोरोना महामारी को आराम से दूर किया जा सके।