दिग्गजों का किया रास्ता साफ़, दिया नए चेहरों को मौका – क्यों है पहला चरण ख़ास

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण जल्द ही होने वाला है ऐसे में एनडीए के घटक दलों के लिए यह बहुत ही खास है। हम आपको बता दें कि एनडीए की तरफ से चार दल शामिल है जेडीयू ,भाजपा, हम और वीआईपी पार्टियां शामिल हैं। इन पार्टियों की संख्या में अनेकों नए लड़ाके हैं। नए चेहरों को इस बार खूब मौका दिया गया है और पुराने चेहरों का टिकट काट दिया गया है। आपको बता दें कि इस बार जेडीयू 35 भाजपा 29 हम 6 और वीआईपी की एक सीट शामिल है। कुल उम्मीदवारों की संख्या 71 है जिसमें से 21 सीटों पर ऐसे उम्मीदवार घात लगाए बैठे हैं जो हर चुनावी दंगल में हमेशा अव्वल नंबर पर रहे हैं।

भाजपा की ओर से जो नए चेहरे उतरे हैं उनमें शामिल है जमुई सीट से अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह, बक्सर से परशुराम चतुर्वेदी, अरवल से दीपक शर्मा और कहलगांव से पवन कुमार। बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्व सांसद रहे हरि मांझी बोधगया से पहली बार विस चुनाव लड़ रहे हैं और पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह पहली बार आरा से चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार जेडीयू ने अपने 115 सीटों में से 27 सीटों पर नए प्रत्याशियों को मौका दिया है जिसमें से सबसे ज्यादा 11 पहले चरण में उतरेंगे। जेडीयू से डुमराव गांव के वर्तमान विधायक ददन पहलवान संघ जगदीशपुर से कद्दावर नेता श्री भगवान सिंह कुशवाहा को इस बार टिकट नहीं दिया गया है दूसरी तरफ हम की ओर से भी पहले चरण में कुटुंबा क्षेत्र से श्रवण भैया और सिकंदरा क्षेत्र से राहुल नमाजी उतरे हैं।