बिहार में का बा vs ई बा में फिर छिड़ी जंग, भिड़ीं लोक गायिका मैथिली और नेहा सिंह

डेस्क : बिहार में इस बढ़ती हुई चुनावी सर गर्मी में यह गाना खूब घूम रहा है ” बिहार में का बा ” और सोशल मीडिया पर तो इसकी लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है। आपको बता दें की इस गाने का मकसद था, बिहार में जो भी विकास हुआ है, उसको लेकर क्या हुआ आसान शब्दों में कहें तो बिहार में कितनी प्रगति हुई ? ऐसे में इस गाने का जवाब भाजपा और जेडीयू अपने अपने तरीके से दे चुके हैं।

परन्तु फिर भी इस सवाल पर लोग राजनीती जंग खेल रहे है। पर, अब मामला किसी राजनीति नेता का नहीं है, बल्कि इस बार बिहार की दो युवा लोक गायिका आमने-सामने भिड़ गई हैं। आपको बता दें कि बिहार में का बा गाना बिहार की मशहूर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने गाया था। ऐसे में एक और लोक गायिका जिनका नाम है मैथिली ठाकुर जिन्होंने बिहार में का बा का जवाब दिया है हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी अपलोड करा जिसमें मिथिला बिहार का जिक्र करती नजर आ रही है।

वह बता रही हैं कि उन्होंने गाने के जरिए यह समझाया है कि मिथिला में सारी चीजें हैं, सब कुछ उपलब्ध है वह कहती हैं कि मिथिला में दरभंगा एयरपोर्ट है , गांव में सड़क और 24 घंटे बिजली रहती है और वह अपने गाने के माध्यम से यही बताना चाह रही हैं कि जो स्कूल पहले झोपड़ पट्टी में चला करते थे वह पक्के मकानों में बदल चुके है।

इस वीडियो के जवाब में नेहा सिंह राठौर ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से एक वीडियो जारी करा है, जिसमें उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों को लोक के हितों के भीतर रहना चाहिए। कभी भी लोक के हितों का समझौता नहीं करना चाहिए, चुनावी मुद्दे को चुनाव तक और सियासी गलियों तक ही रखा जाए तो बेहतर रहेगा। चुनाव के मुद्दे उठाना अच्छी बात है परंतु लोकहित की किसी परिभाषा को खराब करना यह अच्छी बात नहीं है। इन दोनों लोक गायिकाओं के बीच जो जंग छिड़ी है उसको राजनीतिक एंगल बनाया जा रहा है।