दिल्ली से बेटा भेजे शराब की खेप, बिहार से माँ करे सप्लाई – कुछ ही समय में खड़ी की करोड़ो की प्रॉपर्टी

डेस्क : बिहार में शराबबंदी कानून अब सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है क्योंकि असल में देखा जाए तो जमीनी स्तर पर हर कोई शराब का धंधा कर रहा है। इस बार मामला खगड़िया जिले का है जहां पर एक मां बेटे ने शराब का इतना बड़ा काला धंधा किया कि उन्होंने अपनी करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीद ली और उस पर अवैध मकान का निर्माण कर दिया। जब से बिहार में शराबबंदी हुई तब से अनेकों अवैध कार्य चालू हो गए हैं।

इस कार्य में मां और बेटे ने मिलकर खूब पैसा कमाया दरअसल बेटा दिल्ली में रहता और दिल्ली से शराब खरीदता। जब वह दिल्ली से शराब खरीदता तो उसको अपनी मां के यहां बिहार भेज देता। यहां पर उसकी मां इस शराब को बेचकर 2 गुना 3 गुना मुनाफा कमाती थी। आपको बता दें कि बलुआही बस स्टैंड के पास एक फोन की दुकान है जिसके आड़ में काला शराब का कारोबार चल रहा था। आय दिन पुलिस ऐसे शराब माफियों को ढूंढ निकाल रही है। लेकिन जब पता चल रहा है की एक से एक नए तरीकों से शराब का धंधा चल रहा है तो यह जानकर पुलिस भी हैरान रह जा रही है।

बिहार में 5 अप्रैल 2016 को यह कानून लाया गया था लेकिन यह कानून सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गया बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लाया गया शराबबंदी कानून बिल्कुल ही असफल रहा है। आपको बता दें कि पुलिस आए दिन थाना क्षेत्रों में गश्त लगाती रहती है और शराब बेचने वालों को पकड़ती रहती है। ऊपर व्यक्त किए गए मामले में बेटे और मां को जेल भेज दिया गया है।

बिहार पुलिस अब और ज्यादा सतर्क है और इस प्रक्रिया में जुटी है कि किस तरह से लोग दूसरे राज्यों से बिहार में शराब ला रहे हैं। जब से लोगों ने शराब बनाने का कार्य चालू किया है तब से उनके चूल्हे की आग शराब के काले धन से जल रही है। शायद ही कोई ऐसा गांव रह गया है जहां पर शराब नहीं बिकती हो। लोगों ने अलग-अलग तरीके निकाल रखे हैं और यह शराब माफिया एक दूसरे से जुड़े होते हैं, जिस वजह से शराब माफिया को पकड़ना कठिन कार्य होता है। आए दिन होती इन घटनाओं से यह साफ जाहिर होता है कि सुशासन बाबू का शराबबंदी कानून बिल्कुल ही असफल रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि शराबबंदी कानून से कुछ सुधार होगा लेकिन यह बिल्कुल ही उल्टा पड़ गया।