डेस्क : आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में अपनी तीन रैलियां पूरी की है। इन तीन रैलियों की शुरुआत उन्होंने रोहतास जिले से की, उसके बाद गया और फिर आखरी में भागलपुर को संबोधन करते हुए रैलियां ख़तम की। ऐसे में लोगों को इंतजार था कि वह इस बात को अच्छे से समझे की कुछ समय पहले लोजपा से चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री को अपने करीबी कहा था और बताया कि वह उनके दिल में रहते हैं पर लोग गंभीर विचार में पड़ गए और उन्हें इस बात का इंतजार था कि इस बात पर मोदी जी क्या कहते हैं।
ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधा नाम लेते हुए तो किसी को कुछ नहीं कहा पर, इशारों में वह काफी हद तक यह संदेश दे गए की जितने भी सर्वे और रिपोर्ट जनता के आगे आ रहे हैं। उसमें इस बार सरकार एनडीए की ही बनने वाली है। इससे यह साफ होता नजर आ रहा है कि वह एनडीए के अलावा किसी और को नहीं देखना चाहते हैं। आपको बता दें कि कुछ ही समय पहले एनडीए से लोजपा अलग हो चुकी है। पीएम का कहना था कि अगर बिहार में एक अच्छे मुख्यमंत्री के तौर पर किसी को देखा जा सकता है तो वह नीतीश कुमार है और आत्मनिर्भरता का संकल्प बिहार में पूरा करने के लिए एक ऐसे प्रतिनिधित्व की जरूरत है जो नीतीश कुमार के अलावा और किसी के पास नहीं है।
इस वक्त बिहार में हम, जेडीयू , भाजपा और वीआईपी का गठबंधन यानी कि एनडीए का होना बेहद ही आवश्यक है। साथ ही इसकी जीत भी जरूरी है। मुझे बेहद ही खुशी है कि यह सारे एक साथ जुड़े हुए हैं और पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में अपने आप को जनता के आगे पेश कर रहे हैं और साथ ही बिहार ने इस बार ठान लिया है कि इस बार बिहार का इतिहास बदल के रहेंगे।