पुलिस हेडक्वार्टर ने भेजे निर्देश, बिहार जिला पुलिस से सेलेक्टेड जवानों को मिलेगी कमांडो ट्रेनिंग

डेस्क : बिहार की पुलिस में जो भी जवान 35 वर्ष से कम के हैं उनको कमांडो की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह कमांडो की स्पेशल ट्रेनिंग 2 महीने यानी की 60 दिन की तय की गई है। जो भी नए नौजवान हैं जिला पुलिस उनके नाम चयन करके पुलिस हेडक्वार्टर भेज देगी उसके बाद इन जवानो की कमांडो ट्रेनिंग होगी जिसके तहत इनको कई समस्याओं से झूझते हुए अपने आपको सक्षम कमांडो बनकर तैयार होना होगा।

कोरोना वाइरस महामारी के चलते यह ट्रेनिंग अप्रैल और मई 2020 में होनी थी पर नहीं हो पाई और तय किया गया था कि हर जिले से 10 जवानो को भर्ती करेंगे लेकिन अब सिर्फ 5 जवानों की भर्ती होगी क्यूंकि कोरोना का संक्रमण गया नहीं है। अगर सभी जवान बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो उनका चयन ज़रूर होगा। करीब 40 जिले में से 200 जवानों को ट्रेनिंग दी जाएगी और इसके लिए अलग से स्कूल भी भेजा जायेगा जिसको काउंटर इंसरजेंसी एंड एंटी टेररिस्ट स्कूल (सीआईएटी) कहा गया है।

कमांडो ट्रेनिंग का प्रशिक्षण 15 दिसंबर से होगा और 16 फरवरी तक चलेगा। यह प्रशिक्षण बीएमपी-2 डेहरी ऑन सोन और बोधगया स्थित बीएमपी-3 के सीआईएटी स्कूल में होगा जिसमें 200 जवान 2 महीने तक खूंखार अपराधियों से लड़ने की ट्रेनिंग लेंगे। यहां पर उनको जंगलों में कैसे बच के निकलना है और अत्याधुनिक हथियार कैसे चलाना है सबका प्रशिक्षण दिया जाएगा। बिहार में 3 सीआईएटी स्कूल चलते थे लेकिन वह किसी कारण वश बंद हो गए। अब जो ट्रेनिंग कम्प चलेंगे उनसे यह उम्मीद लगाई जा रही है की कमांडोज़ को बेहतरीन ट्रेनिंग मिले।