डेस्क : पूरे देश में इस वक्त बर्ड फ्लू की लहर दौड़ रही है आपको बता दें कि 2 हफ्ते पहले से पक्षियों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ था। देश विदेश से पक्षी जब भारत की ओर आते हैं, तब मौसम में एक नया बदलाव देखने को मिलता है लेकिन इस बार मौसम की मार की वजह से इन पक्षियों की जान जा रही है। कई इलाकों में कौए कबूतर, सफ़ेद, कबूतर मुर्गे एवं मुर्गियां मृत पाए जा रहे हैं।
पक्षियों की मौत झुंड में होने की वजह से लोग भी चिंता में हैं। वैज्ञानिकों की आशंका है कि जरूर कोई वायरस इन पक्षियों में घुस गया है जिस वजह से इतने बड़े पैमाने पर मौत के आंकड़े सामने आ रहे हैं। मुर्गी पालने वाले एवं व्यवसाय करने वाले लोगों ने भी अपनी मुर्गियों को खत्म कर दिया है और अंडे भी खत्म कर दिए हैं। उनका ऐसा मानना है कि अगर मुर्गियों में वायरस आ गया तो यह इंसान में फैल जाएगा और इंसानों के लिए काफी मुश्किल हो जाएगी क्योंकि हाल ही में कोरोना वायरस से जूझ रहे लोग अब बर्ड फ्लू के वायरस से जूझने लगेंगे।
आपको बता दें कि बर्ड फ्लू का वायरस एवीएन वायरस होता है जो कि बेहद ही खतरनाक माना जाता है। देश के कई राज्यों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। फिलहाल बिहार बर्ड फ्लू की चपेट से दूर है लेकिन बिहार के लोगों ने बर्ड फ्लू से डरना शुरू कर दिया है हाल ही में मुर्गियों और अंडों के व्यवसाय में मंदी देखने को मिल रही है।
इस मंदी के चलते अब लोगों ने चिकन और अंडे खाने भी बंद कर रखे हैं। अगर बात करें इनके दाम की तो बिहार पटना में चिकन ₹220 का मिल रहा था वही अभी यह ₹200 का हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि पूरे व्यवसाय में 40 से 45% की कमी आ गई है अगर बात करें बॉयलर चिकन की तो उसका दाम भी गिरकर सो रुपए प्रति किलो पर आ गया है।