डेस्क : बिहार में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। इस तापमान के बढ़ने की वजह से विधानसभा चुनाव के नजदीक आना है जहां एक तरफ पक्ष ने अपने मत रखे हैं वहीं विपक्ष ने भी दूसरी तरफ से जमकर निशाना साधा है। ऐसे में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू यादव पर जुबानी फायर करते हुए कहा कि पति और पत्नी के राज में क्या चलता था, यह हम सब को पता है। जब लालू खुद कमान नहीं संभाल पाए तो कुर्सी पर राबड़ी देवी को बैठा दिया। परंतु इन सब में बिहार की महिलाओं का क्या हाल रहा किसी को कुछ खबर नहीं थी।
सीएम नीतीश कुमार बोले कि महिलाओं के आरक्षण से लेकर उनकी पूरी शिक्षा की व्यवस्था हमने ही की है। परंतु अब कुछ लोग महिलाओं को भड़काने में लगे हुए हैं। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। साथ ही अल्पसंख्यकों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके राज्य में संस्कृत टीचर और उर्दू टीचरों की पटना में पिटाई हुई थी। परंतु हमारी सरकार ने इन सभी संस्कृत टीचरों को एवं मदरसे की टीचरों को मदद करने का काम किया है, साथ ही साथ बड़ी हस्तियों के स्मारक तैयार किए हैं। इसके बाद सूफी संतों की भी मदद की है। विपक्ष सिर्फ इस्तेमाल करना चाहता है परंतु हम सिर्फ काम करना चाहते हैं।
इसके जवाब में लालू यादव ने अपने टि्वटर हैंडल से लिखा कि बिहार में हिंद महासागर को भेजा जाए साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार को आराम करने की सलाह दी और इतना ही नहीं उन्होंने तो भोजपुरी में ट्वीट करके कह दिया था की बिहार में अब हिंद महासागर को भेजें क्योंकि आप 15 सालों से अपना काम रहे हैं और अब आप विश्राम कीजिए। इससे उनका सीधा तात्पर्य था कि नीतीश कुमार अब हताश एवं निराश हो गए हैं।