मुंगेर पुलिस ने दिखाई दुर्गा माँ श्रद्धालुओं पर बर्बरता चलाई गोली और बजाई लाठी, उठी लिपि सिंह को हटाने की मांग

डेस्क : मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस ने विसर्जन करने जा रही भीड़ पर फायरिंग की जिसमें एक युवक की मौत हो गई और 5 घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बयान दिया है और कहा है कि चुनाव आयोग इस मामले पर करवाई करे। जब मीडिया कर्मियों ने उस पर टिप्पणी मांगी तो उन्होंने कहा कि या घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है और मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के समय जो भी कुछ हुआ है वह बेहद ही क्षति पहुंचाने वाला कार्य है। इस मामले की पूरी जांच चुनाव आयोग अवश्य करे जिसमें अगर कोई भी दोषी पाया जाता है तो उस पर उचित कार्यवाही की जानी चाहिए।

घटनास्थल पर यह जो बर्बरता पुलिस के द्वारा दिखाई गई है इस पर लोगों का कहना है कि जब लोगों ने इस पर फायरिंग का विरोध किया तो पुलिस ने लाठियां बरसाई जिस वजह से कुछ लोग घायल हो गए और गोली लगने की वजह से एक युवक की मौत भी हो गई यह घटना मुंगेर के दीनदयाल चौक के नजदीक घटी है। असल मुद्दा यह है कि सबसे पहले बड़ी देवी मां की मूर्ति को विसर्जित किया जाता है और उसके बाद छोटी मां की मूर्ति को विसर्जित किया जाता है। परंतु, पुलिस जबरन विसर्जन करवा रही थी। जिस कारण लोगों ने विरोध किया और पुलिस ने फिर जवाबी फायरिंग के साथ ही लोगों की पिटाई की।

ऐसे में लोगों ने लिपि सिंह को हटाने की भी मांग की है जिसमें बताया जा रहा है कि घटना स्थल पर जो भी कुछ घटित हुआ उस पर लिपि सिंह खामोश हो गई हैं। वह पुलिस की इस बर्बरता को छुपाना चाहती हैं। परंतु वीडियो के माध्यम से जो लोगों को दिख रहा है वह दिल दहला देने वाला है। जिसमें पुलिसकर्मी लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते नजर आ रहे हैं। वह इंसानों के साथ ऐसा बर्ताव कर रहे हैं जैसे कि वह जानवर हैं। इस वजह से लोगों ने लिपि सिंह को हटाने की मांग की है और इसकी शिकायत चुनाव आयोग तक करेंगे ऐसा वहां के लोगों का कहना है।

ऐसे में पहले चरण के लिए कल चुनाव है जिसमें इस हरकत पर चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा है कि मुंगेर पुलिस के ऊपर 302 के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए। जिसमें उन पर यह आरोप लगना चाहिए कि श्रद्धालुओं के ऊपर नीतीश के तालिबानी शासन ने गोली चलाई और साथ ही सभी पुलिस वालों पर एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए। जिसमें मृतक के परिवार को ₹50 लाख सरकार को देना चाहिए और सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए