बिहार के युवाओं के लिए 2021 में आने वाली है ढाई लाख से ज्यादा नौकरियां, किन विभागों में होंगी नियुक्तियां -देखें लिस्ट

डेस्क : हमेशा से राज्यों के लिए नौकरी एक ऐसा मुद्दा रहा है जिसके दम पर सरकारें पलट गई है। नौजवानों के लिए खासकर नौकरी का मुद्दा मायने रखता है। इसके चलते बिहार राज्य में भी पार्टियों ने जमकर जनता को आश्वासन दिया और कहा की वह वह ज्यादा से ज्यादा नौकरियां राज्य में लाएंगे। इस बात पर विश्वास जता कर बिहार की जनता ने अपना सत्ता अधिकारी चुन लिया और फिर सत्तारूढ़ सरकार ने नौकरी या यूं कहें तो बेरोजगारी हटाने का कार्य शुरू कर दिया।

हाल ही में पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा परीक्षा करवाई जा रही है और स्थाई, नियोजित एवं संविदा आधारित पदों पर भी लाखों की संख्या में नौकरी मिलने वाली है। लेकिन, आपको बता दें कि अब यह बेरोजगारी हटाने का कार्य 2021 में देखने को मिलेगा जहां पर हमें अनेकों पदों पर बहालियां देखने को मिलने वाली हैं। हर सरकारी विभाग और कार्यालयों में खाली पड़े पदों का ब्यौरा है।

हर विभाग में और हर श्रेणी के लिए करीब हजारों में रिक्त स्थान हैं। जिनके ऊपर बिहार के सशक्त नौजवान बैठने के लिए आतुर हैं। जैसे ही नई सरकार गठित हुई तो शपथ ग्रहण होने के तुरंत बाद यह कार्य चालू कर दिया और सभी खाली पड़े स्थानों की भरपाई के लिए अधिकारी ब्यौरा जमा करने में लग गए।आपको बता दें कि अब सिर्फ ऐ- ग्रेड की नौकरी के लिए ही नहीं बल्कि स्थाई, नियोजित आधारित पदों पर भी बहाली देखने को मिल सकती है।

साथ ही 2021 में दो लाख से ऊपर नौकरियां आने वाली है जिसको लेकर शिक्षा विभाग और गृह विभाग ने कहा है कि बिहार के सभी नौजवानों को कमर कस लेनी चाहिए। इस वक्त बिहार में शिक्षक के डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं जिस पर नियुक्तियां होनी बाकी है साथ ही सार्जेंट, दरोगा, सहायक, जेल अधीक्षक एवं सिपाहियों के हजारों पद पर नियुक्तियों का काम चल रहा है वह दिन अब दूर नहीं जब यह प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की जाएंगी।

अगर बात करें अन्य विभागों की तो पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, परिवहन विभाग, प्रयोग विधि विभाग, विज्ञान विभाग, पंचायती राज, स्वास्थ्य विभाग एवं नगर विकास जैसे अन्य विभागों में बहाली होने वाली है। जिसके तहत सभी प्रकार के शिक्षित अभ्यार्थी आकर परीक्षा दे सकते हैं और कार्यप्रणाली को मजबूत बना सकते हैं अगर बात करें पंचायत स्तर पर तो प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी तकनीकी सहायक लेखपाल एवं ऑडिटर की जरूरत पड़ने वाली है।