डेस्क : सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के बाद बिहार की राजनीति में जेएनयू के दो पूर्व छात्र की एंट्री हो चुकी है। यह नई शुरुआत संदीप सौरव और निखिल कर रहे हैं। आपको बता दें की कन्हैया कुमार 2019 के लोकसभा चुनाव में बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से गिरिराज सिंह को टक्कर दे रहे थे, पर इस टक्कर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बेगूसराय से गिरिराज सिंह अपने धर्मनिर्पेक्षिक बयानों से चर्चा में बने रहते है।
सौरव और आनंद के अलावा जेएनयू से दो और पूर्व छात्र बिहार की राजनीति में उतरे है और उन्होंने भी कानूनविदों की भूमिका को आधार बनाया है। इनमें से एक मुंगेर जिले के कदवा से कांग्रेस पार्टी के विधायक शकील अहमद खान और दूसरे विधान परिषद के सदस्य जदयू के सदस्य तनवीर अख्तर हैं। दोनों खान और अख्तर के अलावा कन्हैया जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ के अध्यक्ष थे। हाल ही में चर्चित विवाद में मंत्री बोगो सिंह द्वारा उन्हें बन्दर कह कर बुलाया गया था। नेता एक दुसरे पर आरोप लगाते वक्त अगर अपने शब्दों पर काबू पाएं तो एक शिष्टाचार वाद विवाद भी हो सकता है और उसमें किसी को कोई आपत्ति भी नहीं होनी चाहिए।