कृषि कानूनों के विरोध में तैयार की मानव शृंखला, तेजस्वी बोले – किसानों को लेकर केंद्र-राज्य संवेदनशील नहीं

डेस्क : राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव किसान कानून पर जमकर राजनीति करते नजर आ रहे हैं। उनका मानना है की राज्य सरकार और केंद्र सरकार बिलकुल भी किसानो को लेकर संवेदनशील नहीं हैं। किसानो की परवाह किसी को नहीं है। किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश चल रही है। महागठभंधन के जितने भी दल हैं वह किसानों के हित के लिए लगातार आवाज़ उठा रहे हैं। बिहार में यह कानून 2006 से ही बंद है जिसकी वजह से किसानों का हक़ छीना जा रहा है।

जेडीयू पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह का कहना है की तेजस्वी यादव ने मानव शृंखला की शुरुआत की लेकिन वह लम्बा नहीं चली, बल्कि जहाँ से शुरू हुई वही ख़तम हो गई। तेजस्वी यादव ने लोगो को दिन रात एक करके इकठ्ठा होने की गुजारिश की थी पर वह ऐसा नहीं कर पाए। लेकिन वह लोगो को यह नहीं समझा पाए की वह चाहते क्या हैं ? शायद इसलिए वह लोग चले गए हालाँकि उन्होंने कम्बल और साड़ी के नाम पर लोगो को बुलाने की भरपूर कोशिश की।

तेजस्वी यादव द्वारा जो मानव श्रृंखला तैयार की गई उसमें कांग्रेस, भाकपा माले, सीपीआई और सीपीएम के नेता मौजूद थे। यह मानव श्रृंखला 12:30 बजे तैयार की गई थी जिसमें अन्य पार्टियों के लोग मौजूद थे। बुद्ध स्मृति पार्क में यह योजना बाकी विपक्षों दल के समर्थन से तैयार हुई। आपको बता दें की इन सभी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है। यह मानव श्रंखला देखने लायक ज़रूर थी लेकिन विपक्ष इस मानव श्रृंखला की खिल्ली उड़ाता नजर आया।