बिहार के इस परिवार के पिता बेचते हैं दूध लेकिन बेटे ने नहीं मानी हार और पहले प्रयास में किया UPSC क्रैक

डेस्क : लक्ष्य तो हर कोई साधता है। लेकिन, अर्जुन की तरह तीर चलाना किसी किसी को ही आता है कुछ इसी तरह का बाण चलाया है एक दूधवाले के बेटे ने। जी हां इस दूधवाले के बेटे ने 11वीं कक्षा में ही प्रण कर लिया था कि वह यूपीएससी की तैयारी कर सिविल सर्विसेज में चयनित होगा।

उसके बाद उसने कठिन मेहनत और लगन के साथ तैयारी की कई लोग इस तैयारी में 4 से 5 साल लगा देते हैं वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं। कुछ इसी तरह का उदाहरण हमें यहां पर देखने को मिलता है जिसमें मुकुंद कुमार नाम के छात्र ने मात्र 22 वर्ष की उम्र में यूपीएससी टॉप किया और बिहार का नाम रोशन किया।

मुकुंद कुमार बिहार के मधुबनी जिले से हैं और मधुबनी जिले में बाबूबरही प्रखंड के बरवार गांव के रहने वाले हैं। मुकुंद कुमार के पिताजी का नाम मनोज ठाकुर है जो सुबह सुबह दूध की डेरी चलाते हैं। आपको बता दें उनकी माताजी एक गृहणी है। मुकुंद कुमार शुरू से ही पढ़ने में अच्छे रहे हैं उन्होंने शुरुआती पढ़ाई गांव से की लेकिन इसके बाद वह जवाहर नवोदय विद्यालय गुवाहाटी चले गए।

उन्होंने नवोदय विद्यालय से ही 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह अपनी स्नातक की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चले गए जहां पर उन्होंने पीजीडीएवी कॉलेज से इंग्लिश ऑनर्स पूरा किया। उन्होंने अपने शिक्षकों की मदद से यूपीएससी की तैयारी के बारे में जानकारी हासिल की और अपना पहला प्रयास 2019 में दिया। अपने पहले प्रयास में उन्होंने 54 वी रैंक लाकर पूरे बिहार एवं देश का नाम गौरव से ऊंचा कर दिया है।

मुकुंद कुमार से जब यह पूछा गया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यार्थियों के बारे में क्या कहना चाहते हैं तो वह बोले कि आपको सबसे पहले किसी भी परीक्षा का सिलेबस पता होना चाहिए क्योंकि मैंने कई बार ऐसा देखा है कि लोग 5 या 6 बार पेपर दे देते हैं लेकिन उनको विषयों के बारे में खास ज्ञान नहीं होता है इसके बाद प्रश्न पत्र को अच्छे से समझने की कला विकसित करनी चाहिए। जिससे परीक्षा में बैठते वक्त यह चिंता ना सताए की किस सवाल पर कितना समय देना चाहिए।