मुंगेर में तनावपूर्ण महौल जगह जगह हो रहे प्रदर्शन व आगजनी, डीएम और एसपी सस्पेंड

डेस्क : इस वक्त की सबसे बड़ी खबर बिहार के मुंगेर से आ रही है। जहां पर बीते दिनों दुर्गा पूजा खत्म होने के उपरांत मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों में हुई झड़प से मुंगेर में दहशत का माहौल है। उक्त वारदात में एक युवक की मृत्यु भी हो गई है। जबकि कई गंभीर रूप से घायल है। गोली लगने से कई लोग जहां घायल है वहीं उक्त युवक की मृत्यु भी गोली लगने से ही हुई थी।

हालांकि उच्च स्तरीय जांच की बात की जा रही है लेकिन पुलिस का दावा है कि वहां पर कुछ लोगों ने पहले पुलिस पर हमला किया और उसके बाद वहां पर पब्लिक और पुलिस में भिड़ंत हुई. लेकिन कुछ एक वीडियो आ रहे हैं उसमें पुलिस वाले मूर्ति के पास बैठे हुए श्रद्धालुओं पर बर्बरता से लाठी बरसाती हुए नजर आ रहे हैं। एसपी ने विभिन्न मीडिया को दिए बयानों में बताया कि करीब डेढ़ दर्जन पुलिसवाले घायल है वही एक दैनिक अखबार के रिपोर्टर ने जब इस बात की तस्दीक के लिए घायल पुलिस वालों की खोजबीन की तो उन्हें कोई भी घायल पुलिस वाले घायल अवस्था मे नहीं मिले, उक्त वारदात में स्थानीय लोगों का दोष है या पुलिस प्रशासन का दोष है यह अभी तक सामने नहीं आ पाया है । लोगों के द्वारा यह प्रश्न उठाया जा रहा है कि अब हिंदू त्योहारों को लेकर बंगाल की तरह बिहार में भी प्रशासन असंवेदनशील होते जा रही है।

मुंगेर की घटना जिसका जीता जागता उदाहरण है। जिसके बाद से मुंगेर में प्रथम चरण की वोटिंग खत्म होने के उपरांत गुरुवार को मुंगेर में काफी तनावपूर्ण माहौल है जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं टायर जलाए जा रहे हैं अगजनी किए जा रहे हैं। लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है । वही पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी ने मुंगेर एसपी और मुंगेर पुलिस का बचाव करते हुए धारा 144 लगा हुआ था।

निर्वाचन आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए मुंगेर के डीएम और एसपी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला सुनाया है बताते चलें कि मुंगेर की जनता पुलिसिया कार्रवाई से बौखलाई हुई है गुरुवार को मुंगेर की जनता ने थाने में भी आगजनी की घटना को अंजाम दिया है मुंगेर का माहौल सब कुछ ठीक नहीं है