शराब तस्कर की इस अनोखी करतूत से दंग रह गई बिहार पुलिस, चूहे की बिल का इस्तेमाल कर छुपाई विदेशी शराब

डेस्क : बिहार में जब शराब बंदी हुई तो सबको ऐसा लगा था की बिहार में बदलाव हो रहा है और कुछ हद तक शराब बंद होने पर घरेलु हिंसा और झगडे कम हो जायेंगे। कुछ समय तक हुआ भी लेकिन कहते हैं ना की कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती।

वैसे ही लोगो को शराब की लत कुछ इस तरह लग चुकी है की उनकी शराब छुटाये नहीं छूटती। ऐसा इसलिए क्यूंकि जब शराब बंदी हुई तो लोगो ने नए तरीके शराब पीने के खोज निकाले । कई ऐसे शराब माफिया गैंग तैयार हो गए जो शराब दुसरे राज्यों से तस्कर करके लाते और बिहार में बेचते। इन शराब माफिया की धर पकड़ बिहार में काफी समय से चल रही है।

बिहार पुलिस कई शराब माफिया गैंग को इस वक्त पकड़ कर हवालात में भर चुकी है। ऐसा ही कुछ नजारा हमें देखने को मिला गोपालगंज में जहां पर शराब तस्कर ने शराब छुपाने के लिए चूहे के बिल का इस्तेमाल किया है। इस चूहे के बिल में अनेको शराब की बोतलें तस्कर ने छुपा रखी थी। वह इन बोतलों को गुप्त तरीके से यहां छुपाते थे और फिर बेचते थे। गोपाल गंज के उत्पाद अधीक्षक का कहना है की तस्करों ने चूहे के बिल का सहारा लेकर अनेको शराब की बोतलें छुपा रखी हैं।

अधीक्षक राकेश कुमार को यह जानकारी मिली थी की मांझागढ़ के शेख टोली गाँव निवासी मनोज कुमार के घर पर शराब का काला धंधा चलता है। इस पर जब अधीक्षक राकेश कुमार अपनी टीम के साथ मनोज कुमार के घर पहुँची तो वहाँ कुछ ख़ास मिला नहीं। इसके बाद उन्होंने बिना रुके तलाशी का दायरा बढ़ाया तो उनको चूहे का बिल दिखा और जब उसको खोदा गया तो वहा नजारा देखते ही सब चौंक गए। घर के मालिक मनोज कुमार को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। उत्पाद विभाग को 23 बोतल शराब की मिली। यह सारी बोतलें 180 ml की थी। आपको बता दें की गोपालगंज का इलाका उत्तर प्रदेश के समीप है। इस कारण से तस्करी बढ़ गई है। इलाके में स्पेशल ड्राइव भी चलाई जा रही है, ताकि और शराब माफिया लोगो को पकड़ा जा सके।