बिहार सरकार का नया फरमान, अगर सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन तो नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी

डेस्क : अगर आप बिहार में रह रहे हैं और सरकार के खिलाफ किसी भी तरह से अपना विरोध प्रदर्शन व्यक्त करते हैं तो आपके लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है क्योंकि बिहार सरकार की ओर से यह फरमान जारी किया गया है कि राज्य में अगर किसी भी तरह का प्रदर्शन होता है और उसमें लिप्त कोई व्यक्ति पाया जाता है, तो उसका आचरण प्रमाण पत्र खराब घोषित कर दिया जाएगा।

जिसके बाद उसकी कहीं सुनवाई नहीं होगी बिहार पुलिस निदेशक एस के सिंघल ने कहा है कि सरकारी नौकरी, हथियार का लाइसेंस, पासपोर्ट, एवं सरकारी ठेका इन सभी कार्यों के लिए पुलिस को सत्यापन प्रतिवेदन लेना अनिवार्य होगा अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके ऊपर उचित कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उस व्यक्ति का चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन भी खराब घोषित कर दिया जाएगा।

इस फरमान का मकसद सिर्फ यह है कि बिहार में कानून व्यवस्था को सही से लागू किया जा सके। बिहार में विरोध प्रदर्शन कम से कम हो सके जब विरोध प्रदर्शन होते हैं तो सरकार के कार्यकारिणी में दखल आता है जिसके साथ अन्य लोगों को भी समस्या आती है। हाईवे और रोड पर लंबे जाम लग जाते हैं जिसके कारण अपराधिक घटनाएं भी हो जाती हैं। ऐसे में पुलिस ने यह पत्र जारी करके सभी राज्य वासियों को सूचित किया है कि अगर कोई भी व्यक्ति प्रदर्शन के वक्त पकड़ा जाता है तो उनके परिणाम खराब हो सकते हैं। ऐसे में इस फरमान को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वर्तमान सरकार पर हमला बोला है और कहा है कि इस वक्त की सरकार हिटलर और मुसोलिनी को भी चुनौती देती नजर आ रही है।

राजद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कहना है कि इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार की कोई मंशा नहीं है युवाओं को नौकरी देने की पहले तो वह नौकरी नहीं देंगे उसके बाद जब इस पर विरोध प्रकट करेंगे तो लोगों को दबाएंगे। यह बात उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से साझा की है जिसमें उन्होंने नीतीश सरकार पर सीधा हमला बोला है।