डेस्क : राजस्व यानी कि राज्य में जो भी पैसा कर के जरिए सरकार को दिया जाता है उससे संबंधित सभी कार्यों में जितने भी पिछड़े अंचलों में मुख्यालय इस वक्त मौजूद है वहां पर अधिकारियों को भेजने का प्रस्ताव जारी किया गया है। विभागों मौजूद सभी अधिकारियों के काम की मॉनिटरिंग की जाएगी और जो भी अधिकारी बेहतर से बेहतर काम करके दिखाएगा उसको इनाम के तौर पर धनराशि भी मिलेगी।
काम में किस तरीके से आगे बढ़ना है और तेजी लानी है यह भी सिखाया जाएगा। विभाग के मंत्री रामसूरत ने ऐलान किया है कि जो भी कर्मी अपने कार्य में तेजी दिखाएंगे और जल्द कार्य को पूरा करेंगे उनके लिए वह हर साल अपनी तनख्वाह से एक लाख ग्याराग हजार रूपए सालाना कर्मचारियों को देंगे। काफी समय पूर्व भी राजस्व मंत्री ने विभाग में कार्य कर रहे सभी मर्मचारियों को काम करने तरीके की धारणा को बदलने की शर्त रखी थी उन्होंने अनेकों प्रयास किए कि इस कार्यकारिणी को बदला जाए।
अब उन्होंने यह नया तर्क निकाला है कि जो भी काम अच्छे से करेगा उसको इनाम के तौर पर धनराशि दी जाएगी। इससे पहले भी मंत्री ने तीन अपर समाहर्ता, डीएसएलआर और अंचलाधिकारी को ₹11000 का इनाम दिया था। विभाग से जो नाम सामने आए हैं जैसे मनोज कुमार झा, नवीन नगर में वीरेंद्र कुमार पासवान, जहानाबाद में नवल किशोर और गया सदर में कंचन कपूर वह हर विभाग की समीक्षा के लिए जाएंगे। आपको बता दें कि अब प्रक्रिया काफी सजग हो गई है जिसमें अधिकारियों के काम पर उनको रैंकिंग दी जाएगी जो अधिकारी सबसे पीछे रह जाएंगे उनको चेतावनी दी जाएगी कि वह अपने कार्य में सुधार लाएं।
इसके चलते बीते गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की गई जिसमें मधुबनी का पंडाल आंचल सबसे पहले नंबर पर है और उसको 99 अंक प्राप्त हुए हैं इसके बाद सीतामढ़ी का मेजरगंज दूसरे नंबर पर आता है, गोपालगंज थावे अंचल तीसरे नंबर पर आता है, उसके बाद कटिहार और दरभंगा के अंचल आते हैं अगर बात करें कि सबसे खराब परफॉर्मेंस किसकी है तो वह मधेपुरा का अंचल है जिसको 534 स्थान मिला है। यह सबसे पिछड़ा हुआ पायदान है।