डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान कल हो जाएंगे ऐसे में नेताओं ने एक दूसरे के ऊपर खरी-खोटी सुनाने का मानो जैसे जिम्मा उठा लिया हो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि 8-8 9-9 बच्चे पैदा करने वाला बिहार का विकास कैसे कर सकता है बेटे की चाह में कई बेटियां हो गई इसका मतलब तो यह साफ जाहिर होता है कि बेटियों पर भरोसा नहीं था ऐसे लोग क्या बिहार का भला कर पाएंगे। नीतीश कुमार के इस बयान को राजनीतिक विशेषज्ञ लालू यादव पर की गई टिप्पणी मान रहे हैं।
इस बात पर पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने अपने बयान को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा कि आदरणीय नीतीश जी मेरे बारे में कुछ भी अपशब्द कहे वह चलेगा क्योंकि मैं उनके हर अपशब्द को आशीर्वाद के रूप में लेता हूं उनके वचन मेरे लिए आशीर्वाद के बराबर हैं। साथ ही मैं बताना चाहता हूं कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से थक चुके हैं इसलिए अब उनका जो मन करे वह बोल सकते हैं परंतु इस बार बिहार ने ठान लिया है कि रोजगार रोटी और विकास के मुद्दे पर ही वह सत्ता के सत्ताधारी को चुनने वाले हैं।
ऐसे में नीचे तस्वीर में लगा हुआ ट्वीट इस बात को उजागर करता है कि तेजस्वी यादव किस तरीके का नजरिया रखते हैं नीतीश कुमार के लिए।