डेस्क : नेता से अभिनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने बेटे लव सिन्हा को कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है। वह इस बार सबको यह कहते नजर आए कि बिहार को इस बार नए चेहरे की जरूरत है और एक ऊर्जावान व्यक्ति की जरूरत है जो बिहार की राजनीति को सक्रिय रूप से चला सके। ऐसे में कुछ समय पहले उनके ऊपर टिप्पणी की गई थी कि उनको बिहार में नहीं आने दिया जाएगा इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा था कि जिस ने बिहार को गर्वान्वित करवाया आप उसे ही बिहार में नहीं आने देंगे।
आपको बता दें कि इस बार उनके पुत्र लव सिन्हा बांकीपुर सीट से लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला प्लूरल्स पार्टी के पुष्पम प्रिया चौधरी से है जो कि लंदन रिटर्न है। भाजपा की ओर से नितिन नवीन उनको सीधी टक्कर दे रहे हैं ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा की तरफ से महागठबंधन की जीत का दावा भी ठोका जा रहा है और उन्होंने चुनाव में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।इस बार बिहार की जनता को उन्होंने पूरा आश्वासन दिया है कि इस बार की सरकार 1 नए चेहरे की सरकार होने वाली है और वह युवा सरकार चाहती है। जिस वजह से लव सिन्हा एवं तेजस्वी यादव एक बहुत ही बढ़िया डबल इंजन की सरकार बिहार को दे सकते हैं।
इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बिहार में एक बहुत ही बड़ा मुद्दा है जो बेरोजगारी का है अगर तेजस्वी यादव की सरकार बनती है तो सबसे पहले बेरोजगारी का मुद्दा खत्म किया जाएगा क्योंकि जिस तरीके से तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया है उससे विरोधी पार्टी बौखलाई हुई है और जवाब में उनके पास कुछ भी नहीं है कहने को। ऐसे में बिहार के हर सरकारी विभाग में होनहार और काबिल युवाओं की जरूरत है जिस वजह से बिहार में विकास होने की संभावनाएं बहुत ज्यादा है।
वैसे तो बिहार में अनेकों नेताओं ने बहुत सारे वादे किए परंतु अपने वादों पर खरा उतरना इतना आसान नहीं होता है और वह उन लोगों के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होता है जिनकी उम्र हो चुकी है। जिस वजह से बिहार की जनता इस बार नए और युवा चेहरे को चाहती है। इसके बाद बात करें की जो लोग इस वक्त सरकार में है और जिन लोगों का उन्होंने साथ पकड़ रखा है वह तो पूरे भारत के संस्थाओं का निजीकरण करने पर तुले हुए हैं ऐसे में किस तरीके से बिहार राज्य को वह चला पाएंगे।