डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर तंज कस रही है और इसी बीच तमंचे वाला तंज चर्चे में है। आपको बता दें कि बिहार के भाजपा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने RJD के तेजस्वी यादव के 10 लाख रोजगार वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा था कि तेजस्वी अपने पहले कैबिनेट बैठक में 10 लाख रोजगार देने के बदले 10 लाख तमंचे खरीदेंगे और अपने गुर्गे – मुर्गे को सौंपेंगे, ताकि वह फिर से अपहरण लूटपाट का धंधा शुरू कर सके।
इसी बयान को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि RJD ने इस बयान पर पलटवार करते हुए देवेंद्र फडणवीस को तमंचे पर डिस्को करने वाला तथा ड्रग्स का मायाजाल फैलाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में जब वैलेट पेपर और बैलट बॉक्स का जमाना नहीं था, तब तमंचे का चर्चा तथा इस का बाजार गर्म होता था । जिससे बूथ कैपचरिंग तथा बाहुबल का दमखम देखने को मिलता था। उस जमाने में चुनाव से पहले तमंचे की डिमांड जोरों पर रहती थी तथा चुनाव से पहले तमंचे की व्यवस्था प्रचार- प्रसार से ज्यादा जोरों पर रहती थी । लेकिन अब बदलते जमाने के साथ यह सब खत्म हो गया।
आपको बता दें कि अभी ईवीएम के जमाने में भी तमंचे के चर्चे काफी जोरों पर हैं देवेंद्र फडणवीस के तमंचे वाले बयान पर राजद ने कहा कि वे मुंबई में तमंचे पर डिस्को करने वाले तथा ड्रग्स के कल्चर वाले लोग हैं । बिहार में भी वे उसी कल्चर को लाना चाहते हैं, लेकिन यहां के युवा समझदार हैं । उन्होंने जो बिहार के युवाओं को अपराधी करार दिया है। उसका जवाब उन्हें इस विधानसभा चुनाव में ही मिलेगा।