डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के तहत यह देखने को मिल रहा है कि बिहार में राजद राज कर सकती है। लेकिन फिर भी नतीजे आने में अभी 2 दिन शेष है। राजद की ओर से एमएलसी नेता सुनील कुमार सिंह का बयान आ रहा है कि परिणाम आने से पहले नीतीश कुमार की तरफ से ईवीएम मशीन में हेरफेर हो सकती है ऐसे में सभी नेता ध्यान रखें कि वह किसी भी गतिविधि पर सोच समझकर प्रतिक्रिया दें। इस बार नीतीश कुमार का इमोशनल करने वाला दाव बिहार की जनता पर नहीं चल पाया है। ऐसे में सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि एग्जिट पोल को मद्देनजर रखते हुए वह ज्यादा फले फूले नहीं और इंतजार करें नतीजों का। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बोले कि जिन लोगों के ऊपर थाने में शराब रखने का आरोप हो वह ईवीएम मशीन में हेर फेर करने की फिराक में क्यों नहीं होंगे ? ऐसे में किसी भी तरीके से ईवीएम की गिनती के दौरान किसी भी इंसान को वहां पर घुसने नहीं दिया जाए यही मेरी गुजारिश है। उन्होंने एक फेसबुक पर पोस्ट भी डाली जिसमें वह नीतीश कुमार की सरकार को एक पापी सरकार बता रहे हैं।
इस बार के आखिरी चरण तक नेता अपना जोर लगाते रहे कि वह किसी भी तरह से जनता को अपने हित में करके उनकी पार्टी के लिए वोट निकाल ले। ऐसे में सबसे ज्यादा चर्चा नीतीश कुमार के उस भाषण की रही जिसमें वह यह कहते नजर आए की यह मेरा आखरी चुनाव है। अंत भला तो सब भला परंतु उन्होंने यह नहीं सोचा होगा कि एग्जिट पोल कुछ इस तरीके के आंकड़े दिखाएंगे जिसमें राजद से वह हार रहे हो। ऐसे में नीतीश कुमार के ऊपर इन एग्जिट पोल का कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है साथ ही वोटर्स पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। इस बार के मतदान में तकरीबन 9% की गिरावट देखी गई है। नितीश ने इस बार इमोशनल तरीके से जनता को रिझाने की कोशिश की जिसमें उन्होंने महिलाओं के विकास से लेकर पूरे बिहार राज्य को गति देने के तकनीकी समझाते हुए जनता को संबोधन प्रस्तुत किया था। लेकिन, यह आने वाले वक्त ही तय करेगा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा परंतु एग्जिट पोल तो यही बता रहे हैं कि इस बार की जनता की बिहार में नीतीश कुमार को वोट देने में कंजूसी की है।