डेस्क : बिहार में चुनावी चकल्लस शुरू है , अब हर पार्टी ने नेता एक दूसरे पर तल्ख हो गए हैं । इस बीच पुष्पम प्रिय चौधरी ने एक नया मॉडल बिहार के विकास के लिए पेश की है। “मेरी जिद है बिहार बदलने की और मैं इसे बदल कर रहूंगी. जब तक बिहारियों की जिंदगी नहीं बदलेगी, तब तक बिहार नहीं बदलेगा” यह बात प्लुरल्स पार्टी की प्रेसिडेंट पुष्पम प्रिया चौधरी अबजूगंज दुर्गा स्थान परिसर में कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए कही.
प्लुरल्स पार्टी की प्रेसिडेंट पुष्पम प्रिया चौधरी भागलपुर के तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि “मैं नहीं चाहती कि लोग 5 साल और बेरोजगार रहें, क्योंकि मेरी प्राथमिकता रोजगार, रोजगार और रोजगार है”.प्लुरल्स पार्टी की मुख्यमंत्री उम्मीदवार पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा कि स्कूल बनाने और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलना और उसको संचालित करना आसान काम है जो किसी भी हाल में करना ही होगा”.
बाढ़ को नियंत्रण और सिंचाई सुविधा दोनों काम मंगल पर जाने इतना भारी नहीं है उन्होंने कहा कि “बाढ़ को नियंत्रित करना और उससे सिंचाई की सुविधा लेना मंगल ग्रह में जाने जितना तो मुश्किल नहीं है परंतु सरकारों की अक्षमताओं ने उसे राज्य के दुर्भाग्य से जोड़ दिया है. दरअसल, सरकारों ने अपनी दुर्बलता को दुर्भाग्य के तौर पर स्थापित करने का प्रयास किया है,क्योंकि सरकारों की न तो बाढ़ नियंत्रण की नीति है न ही नीयत”.पुष्पम प्रिया चौधरी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि “महिलाओं को साथ लाए बिना विकास अधूरी और खोखली होगी.
महिलाओं की आबादी लगभग आधी है परंतु उनकी सहभागिता उतनी नहीं है, महिलाओं को साथ लाना होगा तभी विकास सार्थक होगा”.मुख्यमंत्री उम्मीदवार पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा कि “मुझे जाति-धर्म से कुछ नहीं लेना-देना क्योंकि हर जाति-धर्मवालों की हालात बुरे ही है हर आदमी आगे बढ़े मैं यही चाहती हूँ. हर जगह एक ही स्थिति है”.उन्होंने कहा कि “बिहार बदलने का यही एक मौका है, मैं बकवास करने नहीं विकास करने आई हूँ, बिहार बदलने आई हूँ”.