देश में पहली ट्रांसजेंडर बनेंगी पीठासीन पदाधिकारी, लॉ में हैं गोल्ड मेडलिस्ट मोनिका दास

डेस्क : बिहार की राजधानी पटना से एक ट्रांसजेंडर को पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। विधानसभा की पीठासीन अधिकारी का नाम मोनिका दास है। इसी के साथ मोनिका दास एक बैंकर भी है और बैंक में अपनी सेवाएं देती हैं। पीठासीन अधिकारी होने के नाते एक पूरे बूथ की जिम्मेदारी मोनिका दास पर ही रहेगी। मतदान कराने से लेकर बूथ की मॉनिटरिंग तक का काम सारा मोनिका दास ही संभालेंगी।

इससे पहले भी कई ट्रांसजेंडर को मौका दिया गया है कि वह पोलिंग बूथ पर अपनी सेवा दे सकें। परंतु विधानसभा में पहली बार ऐसा हो रहा है कि कोई ट्रांसजेंडर पीठासीन अधिकारी बना है और इससे पूरे ट्रांसजेंडर समुदाय में खुशी की लहर है। यह चुनाव आयोग की पहल है जिससे ट्रांसजेंडर को मुख्यधारा में लाया जा सके। आपको बता दें कि ट्रांसजेंडर को तीसरे लिंग होने की मान्यता सुप्रीम कोर्ट से मिल गई है। जिससे अब इनको मुख्यधारा में लाने की पूरी कोशिश करी जा रही है। इसे लेकर किन्नर कल्याण बोर्ड की तैयारी भी हो चुकी है। इस बार की पीठासीन नियुक्त मोनिका दास पटना विवि से गोल्ड मेडलिस्ट हैं। साथ ही साथ फेस ऑफ पटना का खिताब भी जीत चुकी हैं।

क्या काम होते है एक पीठासीन के

  • मतदान केंद्र का पूरा प्रभार लेना।
  • सभी मतदाताओं के साथ निष्पक्ष और सामान व्यवहार बना रहना चाहिए।
  • मतदान केंद्र के साथ पूरे पदयात्रा कार्यक्रम की जानकारी रखना बेहद आवश्यक होती है।
  • चुनाव की गतिविधियों के साथ सभी संबंधित सभी रिहर्सल और प्रशिक्षण वर्गों में भाग लेना चाहिए।
  • पीठासीन अधिकारी को एक बेहतरीन संपर्क बना कर हर पदाधिकारी के साथ तालमेल बनाये रखना होता है।
  • चुनाव सामग्री एकत्र करते समय, सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आइटम सौंप दिए गए हैं और रिटर्निंग अफसर के दिशानिर्देश का पालन करना।