नीतीश कुमार : बिहार के युवक-युवतियों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर, विकास और रोज़गार की व्यवस्था पूरी

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर जिले में जाकर संबोधन कर रहे हैं ऐसे में वे ज्यादातर एक बात पर ध्यान केंद्रित करते नजर आ रहे हैं और वह है विकास की बातें। किस क्षेत्र में कितना विकास हुआ है इस मुद्दे पर वह आमतौर पर चर्चा करते नजर आ रहे हैं साथ ही उन्होंने कई ऐसे मुद्दे उठाए हैं। जिसमें युवक और युवती के शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कई रास्ते खोज निकाले हैं। वह कहते हैं कि हमारी सरकार ने पूरी कोशिश किया है कि बिहार के युवक युवतियां बाहर ना जाए और यही पर रह कर पैसा कमाए।

इसके लिए सरकार नई टेक्नोलॉजी के प्रशिक्षण को बिहार में लेकर आने वाली है। साथ ही इंटर पास करने वाले छात्राओं को 25000 की धनराशि दी जाएगी और बीए पास करने पर ₹50000 की धनराशि दी जाएगी और इसके उपरांत जो लोग जनता को बहला फुसला रहे हैं, वह अपना काम करते रहे। परंतु हमें मौका मिला तो हम अपने वादे अवश्य पूरे करेंगे। पहले कुछ समय में ऐसा मौका कुछ लोगों को मिला था परंतु वह सब लोग अपनी जगह पर अपनी पत्नी को गद्दी पर बैठा कर चल दिए। परंतु हम ऐसे नहीं हैं हम या तो अकेले काम करेंगे जरूरत पड़ी तो केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे।

हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए आगे बढ़ चढ़कर कदम उठाया है जैसे कि उनके सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं तैयार की है साथ ही पंचायत और निकाय चुनाव में 50 फ़ीसदी का रिजर्वेशन दिया है उसके साथ जीविका सशक्तिकरण भी हमने लागू किया है आज लड़कियों की संख्या स्कूल में दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है राज्यों में विकास दर 12.5 प्रतिशत प्रति व्यक्ति हो गया है। हम बिहार की लड़कियों को गरीब नहीं रखना चाहते हैं क्योंकि गरीबी के कारण वह पढ़ाई में ज्यादातर असफल हो जाती हैं इसलिए हम उनको साइकिल एवं पोशाक योजना के तहत पूरा लाभ देने की कोशिश कर रहे हैं। हमने इंजीनियरिंग कॉलेज पॉलिटेक्निक संस्थान महिलाओं के लिए आईटीआई कॉलेज और पैरामेडिकल कॉलेज खोलने की व्यवस्था चालू कर रखी है जिसमें तीन मेडिकल कॉलेज पूरे हो चुके हैं और 8 मेडिकल कॉलेज बनने बाकी है। रोजगार की इस जद्दोजहद में युवकों को आर्थिक सहायता के लिए भी पूरी व्यवस्था तैयार की जा रही है