इस वजह से होगी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के परिणामों में देरी

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान हो चुके हैं जो कि समय रहते बिल्कुल ठीक समय पर किए गए। जिसमें जनता का 50% से ज्यादा सहयोग प्राप्त हुआ। ऐसे में दूसरे चरण के चुनाव में भी ज्यादा देरी नहीं बची है और बताया जा रहा है कि वह भी अपने सही समय के भीतर पूरे कर दिए जाएंगे। परंतु चुनाव के परिणामों में इस बार देरी देखने को मिल सकती है क्योंकि बिहार विधानसभा 2020 के चुनावों में बूथों की संख्या बढ़ गई है। परंतु मतगणना करने वाले कर्मचारी की संख्या उतनी ही है ऐसे में मतगणना जरूर समय लेगी और आपको बता दें कि इस बार बिहार की राजधानी पटना में 50 राउंड तक मतगणना चलनी है।

2020 से पहले के चुनाव जितने भी हुए हैं उनमें ज्यादा से ज्यादा 30 राउंड तक मतगणना हुई है। परंतु इस बार की मतगणना में काफी वृद्धि दर्ज की जा रही है। अगर बात करें इलेक्शन बूथ के इजाफे की तो गिनती करने पर मालूम पड़ा की लगभग 2500 बूथ ज्यादा तैयार किया गए हैं। ऐसे में पहले मात्र 46 मतदान केंद्र मौजूद थे। निर्वाचन आयोग की तरफ से भी सख्त आदेश था कि इस बार 1200 से ज्यादा मतदाता बूथ पर पहुंचेंगे इस कारण मतदान केंद्रों में इजाफा देखने को मिला है।

इस बात की पुष्टि डीएम कुमार रवि ने भी की है जिसमें उनका कहना है कि पहले के चुनाव मात्र 28 से 30 राउंड में पूरे हो जाते थे परंतु इस बार संख्या अधिक होने के कारण मतदान के परिणामों में देरी हो सकती है। ऐसे में ईवीएम मशीन की संख्याएं भी बढ़ गई हैं और नए उम्मीदवार भी खड़े हैं जिसके चलते विधानसभा में दो बैलेट यूनिट की मांग उठी थी साथ ही उसको पूरा भी किया गया और इस्तेमाल भी किया जा रहा है।

विधान सभा मोकामा में 408 मतदान केंद्र, विधान सभा बाढ़ में 412 मतदान केंद्र,विधान सभा मसौढ़ी में 511 मतदान केंद्र,विधान सभा पालीगंज में 407 मतदान केंद्र,विधान सभा विक्रम में 466 मतदान केंद्र,विधान सभा बख्तियारपुर में 410 मतदान केंद्र,विधान सभा बांकीपुर में 589 मतदान केंद्र,विधान सभा कुम्हरार में 662 मतदान केंद्र,विधान सभा पटना साहिब में 542 मतदान केंद्र,विधान सभा दानापुर में 515 मतदान केंद्र,विधान सभा मनेर में 471 मतदान केंद्र,विधान सभा फुलवारीशरीफ में 552 मतदान केंद्र तैयार किया गए हैं।