बिहार विधानसभा चुनाव में कोरोना संक्रमित वोटरों को सबसे अंत में मिलेगा वोटिंग का मौका : चुनाव आयोग

डेस्क : बिहार में कोरोना काल में हो रहे बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में चुनाव आयोग की और से विशेष सतर्कता बरती जाएगी। ऐसे वोटरों को सबसे अंत में मतदान का मौका मिलेगा जो कोरोना से संक्रमित होंगे या पहले संक्रमण की जद में आ चुके हैं और अब ठीक हैं। संक्रमित व पहले संक्रमित हो चुके वोटरों की सूची अलग से मतदान केंद्रों पर रहेगी। ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि पोस्ट कोविड से किसी को संक्रमण का खतरा न हो।

अब तक जितने भी लोग संक्रमित पाए गए हैं, उनको विधानसभावार चिह्नित किया जा रहा है। इसकी जानकारी संबंधित निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों को दी जा रही है। भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक में कोविड-19 को देखते हुए आवश्यक निर्देश दिये हैं। जो मतदाता एक बार कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया है, उसकी सूची प्रशासन संबंधित मतदान केंद्रों को देगा। पटना में ही अब तक 24 हजार संक्रमित हो चुके है। वहीँ राज्य में अब तक एक लाख 61 हजार हो चुके हैं संक्रमित।

भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद पटना जिले में एक्शन प्लान बनाया गया है। जिसके अनुसार पहले सामान्य लोगों का मतदान कराया जाएगा, उसके बाद संक्रमित या संदिग्ध मरीजों की वोटिंग होगी। इसके मद्देनजर तैयारी चल रही है।

वे लोग जो पहले से संक्रमित है , ऐसे लोगों में पोस्ट कोरोना वायरस होने का खतरा रहता है। ऐसे में पीड़ित लोगों में दोबारा बीमारी हो सकती है, इसीलिए एक बार भी संक्रमित पाए गए मरीज के सबसे अंत में मतदान करने की व्यवस्था होगी। अधिकारियों का कहना है कि मतदाता सूची में मतदान के दो दिन पहले तक संक्रमितों या कोरोना वायरस के संदिग्ध लोगों की सूची अपडेट की जाएगी।

पहली बार सभी विधानसभा क्षेत्र में अलग से कोविड-19 कोषांग का गठन किया गया है। प्रत्येक कोषांग को जिम्मेवारी दी गई है कि अपने – अपने विधानसभा क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव या संदिग्ध मरीजों की सूची संबंधित मतदान केंद्रों पर दें। वैसे जिला स्तर पर कोविड-19 के मरीजों की सूची तैयार की जा रही है।