चिराग पासवान :10 नवंबर के बाद बनेगी भाजपा-लोजपा सरकार, जेडीयू ने पुछा तब क्या दिखेंगे आप ?

डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के मतदान जल्द ही हो जाएंगे और सबको 10 नवंबर के परिणाम भी पता चल जाएंगे। परंतु ऐसे में नेताओं के द्वारा वाद विवाद चल रहा है और खबर आ रही है कि लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने फिर से एक बार दावा ठोका है कि 10 नवंबर को पता चल जाएगा कि किसकी सरकार बिहार में आने वाली है। दूसरी ओर से जदयू की तरफ से बयान आया है कि देख लेते हैं कौन देखेगा 10 नवंबर के बाद बिहार की सत्ता पर बैठेगा।

ऐसे में काफी ज्यादा तीखे वार लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान द्वारा किए जा रहे हैं जिसमें उनका सीधा कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ भाजपा के ही सहारे पर टिके हुए हैं और जो भी रणनीतियां भाजपा बनाती है उसका ही बखान वह बिहार राज्य में करते हैं। उनके पास खुद का कोई चुनावी मुद्दा नहीं होता उनके जितने भी एजेंडा आज तक बिहार के लिए प्रस्तुत किए गए हैं सब में भाजपा शामिल है। इन कटाक्ष भरी बातों के बाद से जेडीयू का जवाब आना तय था जिसमें जीडीयू के नेता आलोक ने बयान प्रस्तुत किया है और कहा है कि तेजस्वी यादव की पूंछ पकड़ के मोदी जी का हनुमान बन रहे हैं।

यह पूंछ पकड़ने वाली बात को उन्होंने ट्विटर पर भी साझा किया है और अपने चाहने वालों को दिखा दिया है कि जेडीयू में भी जवाब देने वाले नेता मौजूद हैं। बात को खत्म करते हुए उन्होंने कहा कि क्या आप 10 नवंबर के बाद बिहार में नजर आएंगे इस बार बिहार में परिवारिक युवराज का अंत पक्का है।

अगर पूरे मुद्दे पर गौर फरमाया जाए तो पता चलेगा कि लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान का सीधा मतलब है कि जीडीयू की पार्टी भाजपा का डर दिखाकर और पीएम मोदी का चेहरा दिखाकर वोट बटोरना चाहती है। परंतु वह यह नहीं खुलकर कहती कि पिछले 5 सालों में उन्होंने क्या किया है यह एक राज की बात है जो किसी को नहीं पता है। वह मात्र केंद्र सरकार की ही योजना पर चुनाव जीतना चाहती है। चिराग पासवान ने इस बात पर खूब जोर दिया है कि इस बार लोजपा भाजपा की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार बिहार से बर्खास्त किए जाएंगे। परंतु चुनाव में बदलाव लाने के लिए कुछ तो अलग करना ही होगा।

अब ऐसे में जब सारी पार्टियां अपने विचार साझा कर रही है तो राजद भी क्यों पीछे रहे। राजद की ओर से मनोज झा का कहना है कि जब जीडीयू जीत रही होती है तो उसे किसी की याद नहीं आती परंतु जैसे ही उनको लगा कि वह हार रहे हैं तो उन्होंने पीएम मोदी को दिल्ली से बुलवा लिया साथ ही उनका चेहरा भी इस्तेमाल किया।