डेस्क : बिहार के विधान सभा चुनाव अब खत्म हो चुके है। बिहार की जनता ने अब यह तय कर दिया है की आने वाले 5 साल के लिए बिहार का मुख्यमंत्री कौन रहेगा। मतदान ख़तम होते ही अलग अलग न्यूज़ चैनल के एग्जिट पोल अब प्रकाशित होने लगे है। असल परिणाम के लिए फिलहाल जनता को 10 तारिख का इंतजार करना होगा। ऐसे में जान लेते है की बिहार की सियासी हवा किस पार्टी की चल रही है।
एनडीए के खाते में 105-129 सीटें आती नजर आरही हैं। महागठबंधन के खाते में 108 -131 सीटें जाती दिख रही हैं। लोकजनशक्ति पार्टी के नेतृत्व में मात्र 1-4 सीट आ सकती हैं। अन्य के खाते में 4-8 सीटें जाती दिख रही हैं। भाजपा को 65-75 सीटें मिल सकती हैं, जेडीयू को 38-46 सीटें प्राप्त हो सकती हैं। वीआईपी और हम के खाते में 0-4 सीट आने की उम्मीद है। महागठबंधन की ओर नज़र घुमाएं तो राजद को 80 -88 सीटें मिलने का अनुमान है और कांग्रेस को 20 -38 सीटें मिल सकती हैं।
वैसे तो इस बार बिहार में सत्ता पाने के लिए हर पार्टी ने अपनी पूरी कोशिश करी है परंतु इस बार देखना यह होगा कि किस पार्टी की कोशिश रंग लाती है ऐसे में एनडीए की तरफ से पूरा दावा किया जा रहा है कि सत्ता उनकी तरफ ही झुकाव रखे है। साथ ही विकासशील इंसान पार्टी के नेताओं को भी अपने ऊपर पूरा भरोसा है और हम के भी हौसले बुलंद हैं।इस बार इतना तो नजर आ रहा है कि बिहार के यह मतदान लोजपा के हित में कतई नहीं हुए हैं जिसके प्रमुख चिराग पासवान ने इस बार अपनी राह अलग चुन रखी है ऐसे में उनके लिए अकेला लड़ना भारी पड़ सकता है।