बिहार इलेक्शन में बेहतर प्रदर्शन की होड़ में गठबंधनो के बीच घमासान चालु

डेस्क : चुनाव में कौन बेहतर प्रदर्शन करेगा इसकी जंग गठबंधनों के भीतर चालू हो गई है। ऐसे में राजग की तरफ से यह जंग दिखने लगी है उनकी तरफ से यह लड़ाई तेज हो रही है। जेडीयू और भाजपा दोनों एक दूसरे से आगे निकलने के लिए जी जान से जुट चुके हैं।

पिछले चुनावों का आंकड़ा देखें तो जेडीयू का आंकड़ा भाजपा पर भारी पड़ता दिख रहा है। बात करें बिहार के पिछले 15 वर्षों की तो राजग का आंकड़ा भाजपा से कहीं अधिक रहा है। 2005 के अंतर्गत जदयू ने 139 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 88 सीटों पर जीत हासिल की थी तब पार्टियों का आंकड़ा 63.30 प्रतिशत था। 2010 की बात करें तो भाजपा ने आंकड़े के मामले में जेडीयू को पछाड़ दिया था। तब से जदयू 141 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी और पार्टी को 115 सीटों की जीत प्राप्त हुई थी।

वर्ष 2015 में भाजपा एक बार फिर जेडीयू से पिछड़ गई और जेडीयू ने 101 सीटों पर चुनाव लड़कर 71 सीटें हासिल की थी। इस दौरान भाजपा का आंकड़ा 33% रहा। वहीं दूसरी ओर बात करें कांग्रेस की तो 2015 में राज्य और कांग्रेस के आंकड़ों में काफी सुधार देखने को मिली थी राजद की तरफ से 101 सीटों पर चुनाव लड़ा जाना था और उसमें से उन्होंने 80 सीटों पर जीत हासिल कर ली थी पार्टी का आंकड़ा 80 फ़ीसदी पहुंच गया था यही हाल कांग्रेस का भी हुआ 41 सीटों पर लड़ी कांग्रेस ने 23 सीटें हासिल कर ली थी और पार्टी का आंकड़ा अनुवांशिक 4% से उछलकर सीधे 65-50% के पार पहुंच गया था।