Aarogya Setu ऐप के जरिए जीत सकते हैं 1 लाख रुपये का इनाम, बस आपको करना होगा ये काम

डेस्क : कोरोना वायरस के लक्षणों का पता लगाने के लिए भारत सरकार द्वारा आरोग्य सेतु एप बनाई गई थी। यह ऐप कोरोनावायरस महामारी से लोगों को सतर्क रखने के लिए बनाया गया था। इसका निर्माण 2 अप्रैल 2020 को हुआ था।अब इतने लंबे समय बीत जाने के बाद विपक्ष दल और कई लोग इस आरोग्य सेतु ऐप को सुरक्षित नहीं बता रहे हैं और इस ऐप के जरिए लोगों की निजता खतरे में होने का दावा भी कर रहे हैं। इस ऐप को लेकर खड़े किए जा रहे कई सवालों के बीच भारत सरकार ने एक अहम ऐलान किया है और वह सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली कंपनियों को इस ऐप की जांच परख करने का भी मौका दिया है।

भारत सरकार का क्या ऐलान भारत सरकार की ओर से यह ऐलान किया गया है कि जो भी सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली कंपनी आरोग्य सेतु ऐप की खामियां का पता लगा देगी उसे इनाम में बड़ी राशि दी जाएगी। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि पारदर्शिता, निजता और सुरक्षा ही इस ऐप डिजाइन के मूल सिद्धांत है, इसके सोर्स कोड को डेवलपर समुदाय के लिए खोल दिए जाने से भारत सरकार के इन सिद्धांतों के दायरे में रहते हुए काम करने की प्रतिबद्धता का पता चलता है। दुनिया में कहीं भी कोई अन्य सरकार उसको इतने बड़े पैमाने पर नहीं खुलती है।

चार श्रेणियों में रखे गए पुरस्कार इस ऐप की खामी का पता लगाने वाले लोगों के लिए चार श्रेणी में पुरस्कार रखे गए हैं. नेशनल इनफॉर्मेटिक सेंटर की महानिदेशक नीता वर्मा के अनुसार इसमें खामी का पता लगाने और इसके कार्यक्रम सुधार के सुझाव देने वाले को इनाम दिया जाएगा. सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशीलता को लेकर तीन श्रेणियां है और प्रत्येक श्रेणी के लिए 1लाख का पुरस्कार रखा गया है, चौथी श्रेणी कोड में सुधार के सुझाव की है और इस श्रेणी के लिए भी 1लाख का इनाम रखा गया है।

क्या है आरोग्य सेतु एप यह भारत सरकार द्वारा बनाई गई ऐप है और कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने इसे 2 अप्रैल 2020 को बनाई थी। इस समय करीब 11.50 करोड़ भारतीय इसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं इस ऐप के फोन में होने से आपको कोरोनावायरस से जुड़ी हर जानकारी आसानी से मिल जाती है। पीएम मोदी ने देशवासियों से इस ऐप को डाउनलोड करने को भी कहा था ताकि लोगों कोरोना जैसी खतरनाक वायरस के प्रति जागरूक किया जा सके।

सफर के दौरान इस ऐप का होना बेहद जरूरी रेल, विमान या सरकारी वाहनों में सफर करने के लिए यह ऐप फोन में होना बेहद जरूरी है। इस ऐप की मदद से आसानी से पता चल जाता है कि आप के आस पास कोई कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति है या नहीं, साथ ही इस ऐप की मदद से यह भी पता लगाया जा सकता है कि आप जिस जगह पर हैं वह रेड जोन की श्रेणी में आता है या नहीं.

इनाम देने की मुख्य वजह आरोग्य सेतु ऐप पर कुछ लोगों ने कई सारे सवाल खड़े कर दिए थे, इस ऐप के जरिए लोगों के निजी डेटा जुटाए जाने और लोगों की निजी जिंदगी में ताक झांक करने का आरोप भी लगाया गया था। इन आरोपों को सरकार ने खारिज कर दिया है वहीं अब इन आरोपों को गलत साबित करने के लिए सरकार ने इस ऐप के सोर्स कोड को भी खोल दिया है और कहा है कि इस ऐप में खामियों को पता लगाने वाले को बड़ी राशि दी जाएगी।