न्यूज डेस्क , बेगूसराय : शनिवार को बेगूसराय जिले के मंझौल जयमंगला गढ़ स्थित वन विश्रामागर परिसर में बेगूसराय वन प्रमंडल के द्वारा विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day) मनाया गया । इस अवसर पर वन विभाग के खगड़िया , बरौनी व बेगूसराय के रेंजर ने बीएनएचएस के पक्षी वैज्ञानिक डॉ एस बाला चंद्रन , सोशियोलॉजिस्ट अमृता लाहा , डॉ सुब्रत देवता व कावर नेचर क्लब के महेश भारती का स्वागत पौधा देकर किया। इस अवसर पर इंसान व विश्व के लिए गौरैया पक्षी की विशेषता और महत्ता पर एक सभा का भी आयोजन की गया । जिसकी अध्यक्षता डीएफओ संजय कुमार ने किया ।
उन्होंने कहा कि 11 साल पहले 2010 में नासिक से विश्व गौरैया दिवस मनाए जाने की शुरुआत हुई । बॉम्बे नेचरल सोसाइटी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ एस बाला चंद्रन ने कहा कि गौरैया पक्षी का विलुप्त होना मानवीय सभ्यता के लिए खतरे की घण्टी है। उड़ीसा के डॉ सुब्रत देवता ने कहा कि 19 वीं सदी में चीन आर्थिक व सामाजिक रूप से मजबूत होने के लिए जैव विविधता से खिलवाड़ किया । जिसका खमियाजा स्वरूप पूरे चीन में अन्न का लाले पड़ने लगे। मानवीय सभ्यता समाज के लिए जैव विविधता बहुत ही महत्वपूर्ण है। वहीं कावर नेचर क्लब से जुड़े हुए महेश भारती ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रकृति और पक्षियों से खिलवाड़ करना सम्पूर्ण विश्व के लिए खतरा है। विश्व गौरैया दिवस पर गौरैया,फुदकी,बगेरी विलुप्त होते इस नन्ही चिड़िया को बचाने का संकल्प लेना होगा।
गौरेया के विलुप्त होने की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके संरक्षण, संवर्धन पर सभी लोगों ने जोर दिया । डीएफओ संजय कुमार ने saved sparrow s का संकल्प हर नागरिक को लेने का आह्वान किया। बीएनएचएस की सोशियोलॉजिस्ट अमृता लाहा ने खेतों में फर्टिलाइजर, पेस्टीसाइड,इनसेक्टीसाइडस आदि के अंधाधुंध उपयोग पर चिंता जताते हुए इसे रोकने के लिए जन-जागरूकता पर जोर दिया। इस अवसर पर वन रक्षी जवान , बेगूसराय रेंजर उमाशंकर राय , बरौनी रेंजर रामचन्द्र राय , खगड़िया रेंजर अजय सिंह , देवेंद्र झा , सदन वर्मा , संजय राय , दिवाकर कुमार सहित कई वन कर्मी मौजूद थे ।