नितीश राज्य में केंद्र सरकार के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए मजदूर-छात्र पहुंचे घर,रेड जोन में पुलिस भी…

डेस्क : पहले नितीश सरकार इस बात का जमकर विरोध कर रही थी की वह बाहर से मजदूरों और छात्रों को नहीं ला पायेगी, पर अब राजनितिक दबाव बनने पर उनको यह सब मजबूरी में आकर करना पड़ रहा है। पटना के दानापुर स्टेशन पर जैसे ही लोग ट्रेन से उतरे तो वहाँ पर लोकडाउन की धज्जियां उड़ती हुई नजर आईं। इसके बाद इन सभी लोगो को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया गया था। उस बस में यह बात बोली गई थी की लोगो को बस में भी शारीरिक दूरी बनाये रखनी है। परन्तु इसके बावजूद उन बसों में लोग भर गए। बात यहीं ख़तम नहीं होती बल्कि लिट्टी और चाय की दुकानों पर भी सोशल डिस्टन्सिंग की धज्जियाँ उड़ाई गई जिसमें पुलिस वाले भी शामिल थे।

पर इसी बीच एक मुद्दा यह उठा की सरकार ट्रेनों से आने वाले मजदूरों से किराया वसूलने लगी और इस पर सियासत गर्म होने लगी। पक्ष और विपक्ष दोनों हे एक बार फिर से एक दुसरे पर पलटवार करने लगे। इस पर केंद्र की और से यह सफाई दी गई की 85% किराया रेलवे दे रहा है और बाकी 15 % किराया राज्य सरकार उठा रही है। इस पर तो नितीश कुमार ने यह तक कह दिया है की जब वह रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे तो उनको नकद राशि भी दी जाएगी। ऐसा भी कहा जा रहा है की बिहार के 12000 छात्र अभी कोटा में ही फंसे हुए है। इसीके साथ उम्मीद यह जताई जा रही है की इस हफ्ते तक सभी अपने अपने घरों में होंगे।